बदायूं। थाने में बैठे पुलिसकर्मी अब अधिकारियों को भी गुमराह करने लगे। चार दिन पहले दबंगों के डर और पुलिस से परेशान होकर गांव सुरैली पापड़ी को छोड़कर मुस्लिम परिवार चंदौसी चला गया था, लेकिन फैजगंज बेहटा
ने उनके गांव छोड़ने से इन्कार कर दिया। अधिकारियों को रिपोर्ट सौंप दी कि परिवार गांव में ही रह रहा है। फैजगंज बेहटा पुलिस की कलई तब खुल गई जब सोमवार को पीड़ित परिवार एसएसपी से मिला और उन्हें सच्चाई बताई। एसएसपी ने परिवार को सुरक्षा देने के आश्वासन दिया है।गांव सुरैली पापड़ी गांव में एक मात्र मुस्लिम परिवार रहता था। मुस्लिम परिवार का गांव के ही दूसरे समुदाय के एक परिवार से तीन साल पहले जमीन को लेकर विवाद हो गया था। मामला कोर्ट में चल रहा है। मुस्लिम परिवार के तीनों भाई वहां पर अपना मकान बनाना चाहते हैं, लेकिन दूसरा पक्ष अड़ंगा डाल रहा हैआरोप है कि 12 दिन पहले दबंगों ने घर में घुसकर छिद्दन और भूलन्न से मारपीट की। इस मामले में पुलिस ने आठ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। तभी से आरोपी परिवार को लगातार धमका रहा है। पुलिस पर आरोपियों का साथ देने का आरोप है। इसी से तंग आकर बीते शुक्रवार को परिवार गांव छोड़कर चला गया। घर का सारा सामान भी परिवार के लोग साथ ले गए। पूरा परिवार छिद्दन की बेटी की ससुराल चंदौसी जनपद संभल में रह रहा है।
रविवार को भूलन्न अपने भतीजे इसरार हुसैन के साथ घर में रखा बाकी सामान लेने गांव पहुंचे तो थाना पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने दोनों के फोटो खींचकर अधिकारियों को भेज दिए और बताया कि परिवार गांव में ही रह रहा है, सभी लोग घर पर मौजूद हैं। अधिकारियों ने भी थाना पुलिस की बात मान ली।
फैजगंज बेहटा पुलिस का झूठ तब सामने आया जब सोमवार को परिवार के सदस्य इसरार व भूल्लन मुख्यालय पर एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह के पास पहुंचे। उन्होंने बताया कि हम तीनों भाई अपने बच्चों समेत चंदौसी चले गए हैं। गांव वाले घर में ताला पड़ा है। इसके बाद एसएसपी ने थाना पुलिस को निर्देश दिए कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक परिवार को सुरक्षा दी जाए और परिवार को वापस लाया जाए।