11:26 pm Thursday , 30 January 2025
BREAKING NEWS

उझानी मौसम बदलने से दमा रोगियों की बढ़ी दिक्कत-फूल रही सांस, बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंच रहे वायरल फीवर के रोगी


*।************************** सिटी मेक्स केयर हास्पीटल के लीवर,पेटरोग विशेषज्ञ डॉ इबा फरमान ने बताऐ बचने के तरीके।—————————————-उझानी बदांयू 15 अक्टूबर।

मौसम बदलने के साथ दमा रोगियों की भी दिक्कत बढ़ गई है। उनकी सांस फूल रही है। रोजाना बड़ी संख्या में रोगी सरकारी व प्राइवेट अस्पताल पहुंच रहे हैं। वही वायरल फीवर के भी मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो गई है।
मौसम में बदलाव और दिवाली का त्योहार पास आते ही घरों में हो रही सफाई के चलते उड़ती धूल दमा रोगियों की सांसें फुला रही है। सरकारी अस्पताल हो या प्राईवेट रोजाना ऐसे 20 से 25 मरीज आ रहे हैं। जिन्हें भर्ती करके ऑक्सीजन देकर राहत दी जा रही है। चिकित्सकों के मुताबिक, दमा रोगियों की सांस नलियों में सिकुड़न और सूजन आने से परेशानी बढ़ गई है।

मौसम में बदलाव का असर लोगों की सेहत पर पड़ रह है। एक्यूआई भी दिनों दिन बिगड़ता जा रहा है। घरों में हो रही सफाई से धूल के कण हवा में घूल रहे हैं। इससे सांस के मरीजों के लिए समस्या बढ़ गई है।
इधर, दमा रोगियों की संख्या भी अस्पताल में बढ़ गई है। पहले पांच से छह ही मरीज आते थे। अब 20 से 25 मरीज सांस से पीड़ित होकर पहुंच रहे हैं। वही वायरल फीवर के मरीजों की भी खासी संख्या बढ़ी है। बाल रोगियों को नेबुलाइजर देने की जरूरत पड़ रही है।

———————————————-
उझानी के सिटी मेक्स केयर हॉस्पिटल के लीवर व पेट रोग विशेषज्ञ डॉ.इबा फरमान ने बताया कि दिवाली पर घरों में साफ-सफाई होती है। वहीं, सुबह-शाम की ठंड और दोपहर में धूप खिलने से गर्मी हो जाती है। साफ-सफाई या रंगाई-पुताई की वजह से धूल के कण सांस के जरिए फेफड़े तक पहुंच जाते हैं। चूंकि, सांस मरीजों की सांस की नलियां संवेदनशील होती हैं। यह परेशानी अधिक होने पर दमा रोगियों का ऑक्सीजन लेवल कम होने लगता है।————————–
*इन बातों का रखें ख्याल*
अस्थमा का अटैक आए तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
सांस रोगी दवा की पर्याप्त खुराक लें।
इनहेलर साथ रखें, नियमित उपयोग करें।
धूल आदि होने पर मास्क लगाएं।————————————
*ऐसे करें बचाव*
डॉ इवा फरमान के अनुसार पैदल चलें, नियमित योग करें।
शरीरिक रूप से सक्रिय रहें।
मौसमी फलों का सेवन करें। वही जिन बच्चों की बार-बार सांस फूलती है, उनको भी आक्सीजन की जरूरत पड जाती है , सुबह मौसम में नमी होने की वजह से वायरल रोगी भी बढ़ गए हैं। इन मरीजों की भी सांस तेज चलने लगती है। प्रतिदिन आठ से 10 मरीज ऐसे भी भर्ती हो रहे हैं