धनुष तोड़ते ही सीता ने राम के गले में डाली जयमाला
बिल्सी। नगर के मेला ग्रांउड में चल रही रामलीला के मंचन में बीती बुधवार की रात वृदावन के कलाकारों द्वारा भगवान राम द्वारा धनुष तोड़ने की लीला का भावपूर्ण मंचन किया गया। भगवान राम जनकपुरी पहुंचते हैं। पुष्प वटिका का भ्रमण करते हैं और पुष्पों को देख काफी प्रफुल्लित होते हैं। वाटिका में सीता की अष्टसखी से संवाद होता है। रावण वाणासुर संवाद ने लोगों का मन मोह लिया। राजा जनक के यहां आयोजित धनुष यज्ञ में भगवान राम अपने भाई लक्ष्मण व गुरु जी के साथ पहुंचते हैं। जब सभी योद्वा भगवान शिव का धनुष तोड़ने में विफल हो जाते हैं तो भगवान राम धनुष को खंडित कर देते हैं। धनुष टूटते ही भगवान राम के जयकारे लगने लगते हैं। वहीं, स्वयंवर में सीता भगवान राम के गले में जयमाला डाल देती हैं। इस रामलीला कमेटी के अध्यक्ष डा.श्रीकृष्ण गुप्ता, विनोद पालावील, लवकुमार वार्ष्णेय, संजीव वार्ष्णेय, आदित्य माहेश्वरी, अखिल मालपानी, प्रखर माहेश्वरी, अजीत सिंह, जितेंद्र वार्ष्णेय, हरिओम राठौर आदि का मौजूद रहे।