11:32 am Thursday , 30 January 2025
BREAKING NEWS

बदांयू लाइसेंस सरेंडर कर रहे कोटेदार, राशन वितरण पर पड़ सकता है असर


बदांयू 10 अक्टूबर।

बदायूं जिले में अब तक 15 कोटेदार अपना लाइसेंस सरेंडर कर चुके हैं। कोटेदारों ने इसके व्यक्तिगत कारण बताए हैं। हालांकि चर्चा है कि डिजिटल व्यवस्था के चलते लाइसेंस सरेंडर किए गए हैं।
बताते हैं कि डिजिटल व्यवस्था, कम कमीशन और लाभार्थियों के आरोपों-प्रत्यारोपों के बीच अब कोटेदार लाइसेंस सरेंडर कर रहे हैं। दो माह में 15 लाइसेंस सरेंडर हो चुके हैं। वहीं, कई कोटेदार अस्वस्थ होने का हवाला देकर दुकान के संचालन में असमर्थता जता रहे हैं।

पूर्ति विभाग के मुताबिक जिले में करीब 14 सौ के करीबी कोटेदार हैं। इनमें से शहरी क्षेत्र के 10 तो ग्रामीण क्षेत्र के 5 कोटेदारों ने लाइसेंस सरेंडर किए हैं। बीते दो माह में लाइसेंस सरेंडर होने से अफसर भी हैरान हैं।

हालांकि, सरेंडर के लिए दिए गए प्रार्थनापत्र में कोटेदारों ने व्यक्तिगत कारण बताए हैं। आगामी दिनों में अन्य कोटेदारों की ओर से भी लाइसेंस सरेंडर होने के संकेत मिल रहे हैं। इससे राशन वितरण प्रणाली प्रभावित होने की आशंका भी है।*************************
सरकार ने जबसे राशन वितरण के लिए लागू हुई डिजिटल प्रणाली से खेल न कर पाने की वजह से भी कोटेदार लाइसेंस सरेंडर करने की चर्चा है। क्योंकि, इलेक्ट्रॉनिक वेइंग मशीन और ई-पॉस मशीन आपस में कनेक्ट हैं। इसके जरिये निर्धारित मात्रा में ही राशन वितरण होगा। खेल की संभावना कम है फिर भी कोटेदारों ने 5,10,20 किलो के पैकेट बनाकर तैयार कर लिए हैं, पहले उनसे राशन तोलकर फिर लाभार्थी को अंदर बुलाकर अनाज तौल दिया जाता है।
———————————–
गोदाम से कम मिलता है राशन, कमीशन भी कम
कोटेदारों के मुताबिक अक्सर गोदामों से कम मात्रा में खाद्यान्न मिलता है। नए तरीके के इलेक्ट्रॉनिक कांटे का प्रयोग करते हुए राशन वितरण करना कई उम्रदराज कोटेदारों के लिए आसान नहीं। अक्सर नेटवर्क की समस्या होती है। 50 क्विंटल राशन वितरण पर करीब 45 सौ रुपये कमीशन मिलता है, जो काफी कम है।
——–*———————-*—-
जिला पूर्ति अधिकारी रमन मिश्रा से इस बाबत बात करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल सिब्च आफ था।—————————- संपादक सुशील धींगडा।