8:41 am Thursday , 16 January 2025
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शारदीय नवरात्र अष्टम दिवस माता महागौरी*

*अष्टम स्वरूप माता महागौरी*

*विक्रम संवत 2081 अष्टम दिवस शारदीय नवरात्र का अष्टम दिवस है यह माता महागौरी के लिए समर्पित होता है देवी दुर्गा के नौ रूपों में महागौरी आठवीं शक्ति स्वरूपा है महागौरी आदि शक्ति मानी गई है पुराणों के अनुसार इनके तेज से संपूर्ण विश्व प्रकाशमान होता है दुर्गा सप्तशती में उल्लेखित है शुंभ निशुंभ से पराजित होने के बाद देवताओं ने गंगा नदी के तट पर देवी महागौरी से ही अपनी सुरक्षा की प्रार्थना की थी /*
*मां के इस स्वरूप को अन्नपूर्णा, ऐश्वर्या प्रदायनी, चैतन्य स्वरूपा ,भी कहा जाता है /*
*पौराणिक कथाओं के अनुसार 8 वर्ष की आयु में माता ने शिवजी को पति रूप में प्राप्त करने के लिए तपस्या की थी मात्र 8 वर्ष की आयु में घोर तपस्या के कारण इनकी पूजा नवरात्र के आठवें दिन की जाती है एक अन्य कथा अनुसार भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए देवी ने कठोर तपस्या की थी इससे इनका शरीर काला पड़ गया तब देवी की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने मां के शरीर पर गंगाजल डाला तब मां अत्यंत क्रांतिमान गौर वर्ण की हो गई तभी से इनका नाम महागौरी पड़ा बाद में मां के प्रभाव से माता कौशिकी का प्रकटीकरण हुआ शुंभ और निशुंभ का वध करने के लिए मां का देवी कौशिकी के रूप में अवतरित होना आवश्यक था महागौरी मां को सेवा के नाम से भी जाना जाता है मां की सवारी सिंह एवं वृषभ दोनों ही है महागौरी की चार भुजाएं हैं इनकी दाई भुजा अभय मुद्रा में है नीचे वाली भुजा में त्रिशूल है बाई भुजा में डमरू तो नीचे वाली भुजा से मां भक्तों को वरदान देने की मुद्रा में है/*
*जो स्त्री मां की पूजा भक्ति भाव सहित करती हैं माता रानी उसके सुहाग की रक्षा स्वयं करती हैं यदि कुंवारी लड़की मां की पूजा करें तो उसे योग्य वर की प्राप्ति होती है जो पुरुष देवी गौरी की पूजा करते हैं उनका जीवन सुखमय रहता है एवं पापों का नाश होता है /*
*विशेष महत्व इस दिन महिलाएं अपने सुहाग के लिए देवी मां को चुनरी भेंट करती हैं माता महागौरी की पूजा करते समय यदि संभव हो गुलाबी रंग के कपड़े पहने क्योंकि मां गृहस्थ आश्रम की देवी है और गुलाबी रंग प्रेम का प्रतीक है/* *आराधना मंत्र*
*सर्व मंगल मांगल्ए शिवे सर्वार्थ साधिके शारण्य त्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते//*
*माता महागौरी सभी की मनोकामना पूर्ण करें /*
*बीज मंत्र*
*ॐ दुर्गेश नंदिनी नमः*
*जाप मंत्र*
*या देवी सर्वभूतेषु मंगल रूपेण संस्थिता नमस्तस्ए नमस्तस्ए नमस्तस्ए नमो नमः l*

*राजेश कुमार शर्मा ज्योतिषाचार्य*
*9058810022*