उझानी बदांयू 8 अक्टूबर।
प्रभु श्रीराम की बरात में जीवंत झांकियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। बाजारों में लोगों का रेला रहा। मोहल्ला खेड़ापति से जैसे ही श्रीराम के स्वरूप रथ में सवार होकर बरात लेकर आगे बढ़े, श्रीराम के जयकारों से क्षेत्र गूंज उठा। लोग इस पल को अपने मोबाइल में कैद करते दिखे। रथ के आगे से भीड़ को हटाने में आयोजन समिति और पुलिस के पसीने छूट गए। बरात में करीब 80 से 90 झांकियां रहीं।
देवी-देवताओं की सजीव झांकियों ने लोगों का मन मोह लिया। महिलाएं, बच्चे, पुरुष, युवक, युवतियां बरात के साथ हो लिए। बरात का जगह-जगह फूलों से स्वागत किया गया। जहां-जहां से बरात निकली, उन इलाकों मे छतों पर खड़े होकर भी लोगों ने स्वरूपों को निहारा। बरात में शामिल होने न सिर्फ उझानी ही नहीं बल्कि आसपास के देहात क्षेत्र से भी भारी संख्या में लोग आए थे।
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*अखाड़ों के कलाकारों ने दिखाए करतब*
मेरठ के आर्ट ग्रुप ने शिवजी व उनकी भूत-प्रेत की सेना वाली संजीव झांकी निकाली। पीछे करतब दिखाते अखाड़ा चल रहा था। इसी तरह देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत तिरंगा झांकी ने लोगों को रोमांचित किया। वहीं, पुलवामा के शहीदों की झांकी, अलीगढ़ का दुर्गा बैण्ड, क्रेन द्वारा पुष्प बर्षा, बहजोई का महा रास, फिरोजाबाद का हू ला ला,गंगा अवतार भी आकर्षण का केंद्र रही।
——————– भगवान विष्णु के साथ, बिहारी जी की झांकी, उसके बाद महाराजा राजा दशरथ व सुमंत की बग्गी पर सवार झांकी, मुनि विश्वामित्र व वशिष्ठ की झांकी थी। आगरा से आए कलाकारों ने दक्षिण भारतीय शैली में कथक कली नृत्य करते सजीव झांकी निकाली। बहजोई से आई सजीव झांकी में कलाकार रामलला के स्वरूप में सजकर आए —————————
*जब बिजली हो गई गुल**
चौराहे से जैसे ही रामबरात नगर भ्रमण के लिए आगे बढ़ी। बिजली गुल हो गई। लोग अपनों को पुकारते, बच्चों को हाथ थामते और अपने मोबाइल व पर्स को संभालते हुए नजर आए। करीब पांच मिनट बाद फिर से विद्युत आपूर्ति शुरू होने पर लोगों ने राहत की सांस ली।
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बच्चों में दिखा उत्साह
बच्चों में गजब का उत्साह रहा। वह अभिभावकों के साथ बरात में पहुंचे। छोटे बच्चे परिजन के कंधों पर बैठे दिखे। खेल-खिलौने और खाने-पीने के सामान का भी आनंद लिया।——————————— राजेश वार्ष्णेय एमके।