बदायूं संसदीय सीट पर सपा उम्मीदवार धर्मेन्द्र यादव के स्थान पर अंतिम चुनाव में प्रक्रिया के दौरान मैदान में उतारे जाने वाले आंदित्य यादव को बदायूं के मतदाताओं ने कितना प्यार दिया वह किसी से छिपा नहीं है लेकिन पता नहीं क्या कारण है कि आम आदमी से उनकी दूरियां बढने की चर्चाएं जोरों से चलने लगी हैं जबकि समर्पित सपाईयों को ऐसा लगने लगा है कि सांसद आदित्य यादव बदायूं से मिलने वाली इस जीत में पूर्व संासद धर्मेंद्र यादव की भूमिका देखने की जगह बदायूं को सफई मुक्त कराने वाले सपाईयों की राजनीति का हिस्सा सा बनकर रह गए हैं। बदायूं से सांसद बनने के बाद सांसद आदित्य यादव ने लम्बी दूरी की रेलगाडियों की जरूरत काफी जोरदार तरीके रखी लेकिन बदायूं की सबसे बडी जरूरत मेडीकल कालिज की बदहाली पर सांसद चुप क्यों हैं यह किसी की समझ में नहीं आ रहा जबकि बदायूं में राजकीय मेडीकल कालिज धरती पुत्र नेता जी मुलायम सिंह सादव की वह सौगात है जो तत्कालीन सांसद धर्मेंद्र यादव के प्रयासों से बदायूं को मिली थी और वर्तमान समय मेडीकल कालिज दलगत राजनीति के चलते अवैध उगाही करके खा रहे मलाई की कहानी के चलते जनता का इलाज देने के स्थान पर रोज नया दर्द देने की कहानी लेकर सामने आ जाता है और इसी के चलते तीन – चार दिनों में मेडीकल कालिज में पार्किग उगाही में अवेघ वसूली क मामले सामने आने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है जबकि वसूली करने वाले दबंगई दिखाते हुए लोगों से मारपीट को बैखौफ होकर अंजाम दे रहे हैं।