तीसरे दिन मंदिरों में हुई मां चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना
बिल्सी। नवरात्र के तीसरे दिन नगर के मंदिरों में भक्तों ने मां चंद्रघंटा की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की। भक्त बताते है कि देवी का यह स्वरूप परम शान्तिदायक और कल्याणकारी हैं। दुष्टों का दमन और विनाश करने में सदैव तत्पर रहने के बाद भी इनका स्वरूप दर्शक और आराधक के लिए अत्यंत सौम्यता और शांति से परिपूर्ण रहता है। भक्तों के कष्टों का निवारण ये शीघ्र ही कर देती हैं। इनके घंटे की ध्वनि सदा अपने भक्तों की प्रेत-बाधादि से रक्षा करती है। इनका ध्यान करते ही शरणागत की रक्षा के लिए इस घंटे की ध्वनि निनादित हो उठती है। नगर के मोहल्ला संख्या एक हनुमानगढ़ी स्थित देवी मंदिर, मोहल्ला संख्या पांच के दुर्गा मंदिर, शिव शक्ति भवन मंदिर, कुटी मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, देववाणी मंदिर समेत प्रमुख देवी मंदिरों में भक्तों ने मां का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की।