11:49 am Friday , 31 January 2025
BREAKING NEWS

शारदीय नवरात्र तृतीय दिवस माता चंद्रघंटा

शारदीय नवरात्र तृतीय दिवस माता चंद्रघंटा

विक्रम संवत 2081 तृतीय दिवस शनिवार आदिशक्ति माता चंद्रघटा के लिए समर्पित होता है माता चंद्रघंटा की आराधना जोकि माता का सर्वाधिक लोकप्रिय अवतार है जिसकी पूजा वैष्णो देवी की जाती है मां की साधना से मन को असीम शांति प्राप्त होती है एवं जातक का मन मणिपूर चक्र में प्रवेश होता है देवी भागवत के अनुसार रानी की कृपा से अलौकिक वस्तुओं के दर्शन एवं दिव्य सुगंधया का अनुभव होता है साथ ही दिव्य ध्वनि भी सुनाई देती है जो कि जातक के लिए अत्यंत सावधान करने के लिए प्रकट मानी जाती है l

देवी पुराण के अनुसार मां चंद्रघंटा की आराधना से साधक में वीरता एवं निर्भीकता के साथ ही सौम्यता और विनम्रता का विकास होता है मां का यह स्वरूप कल्याणकारी है क्योंकि मां व्यक्ति के मन पर अपना स्वामित्व रखती हैं l
मां के स्वरूप का वर्णन करें तो माता के रूप में मस्तक पर घंटे के आकार का आधा चंद्र है इसलिए इस देवी को चंद्रघंटा कहा जाता है आपके शरीर का रंग सोने के समान बहुत चमकीला है अपने इस रुप के साथ अपने प्रिय वाहन सिंह पर सवार होकर अपने दसों हाथों में खड़क तलवार ढाल गदा पास त्रिशूल चक्र धनुष भरे हुए तरकस लिए मंद मंद मुस्कुरा रही होती हैं माता रानी के इस रूप की पूजा करने से जन्म जन्म का डर खत्म हो जाता है और वह निर्भय हो जाता है साथ ही उसके सभी पाप भी नष्ट हो जाते हैं l
मां का स्वरूपदैत्य राज महिषासुर का जब अत्याचार देवताओं पर बढ़ रहा था राजा इंद्र सहित सभी देवता भयभीत हो गए तब सभी देवताओं की ऊर्जा से माता रानी का पदार्पण हुआ जिस कारण से माता रानी महिषासुर से युद्ध के लिए तैयार हुए और उसको काल काल्वित कर दिया इस प्रकार मां ने सभी आसुरी शक्तियों से संसार को मुक्ति दिलाई l
पूजा विधि
शास्त्रों के अनुसार माता रानी के समक्ष घी का दीपक चलाएं कलश के जल में गंगाजल मिलाने के साथ ही दूर्वा सुपारी सिक्का केसर चावल बेलपत्र आदि डालना चाहिए माता को पीले फूल चढ़ाएं इसके साथ दूध दही शहद गुड़ घी का पंचामृत अवश्य ही चढ़ाएं लाल अनार गुड मां को भोग में अर्पित करें l
मंत्र
दरिद्रय दुख भय हरणी का त्वदन्या l
सर्वोपकार करणय सदा अर्चिता l
उपासना मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता नमस्तस्ए नमस्तस्ए नमस्तस्ए नमो नमः
बीज मंत्र
ॐ ऐं शक्तिऐ नमः l
राजेश कुमार शर्मा ज्योतिषाचार्य9058810022