आसफपुर
#सड़क न पड़ने से ग्राम ढोरनपुर के ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर बैठे
#जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के झूठे आश्वासनों से आहत ग्रामीणों ने आर पार की लड़ाई का किया एलान
विगत कई सालों से कच्चे रास्ते और कीचड़ का दंश और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा झेल रहे ग्राम ढोरनपुर के निवासियों का आक्रोश बुधवार को फट पड़ा। पिछले लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की ग्रामीणों की घोषणा से प्रशासन बैक फुट पर जरूर आया था लेकिन लोकसभा चुनाव सम्पन्न होने के बाद फिर स्थिति वही ढाक के तीन पात वाली रही। लगातार प्रशासनिक और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से आहत होकर बुधवार को ढोरनपुर वासी रास्ते पर ही धरने पर बैठ गए और प्रदर्शन करने लगे। ग्रामीणों के धरना प्रदर्शन से प्रशासन में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों का कहना था कि वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल से तबतक नहीं हटेंगे जबतक पक्के रास्ते का निर्माण नहीं हो जाता। ग्रामीणों द्वारा धरना प्रदर्शन की सूचना पर तहसील से पहुँचे नायाब तहसीलदार सुरजन यादव और लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने ग्रामीणों को समझाने का बहुत प्रयास किया लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे। उन्होने सड़क पक्का न होने तक धरना प्रदर्शन खत्म करने से साफ मना कर दिया। मायूस होकर नायब तहसीलदार वापस लौट आये। ग्रामीणों का साफ कहना है कि यह सड़क उनके गांव तक जाने का महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग है। सड़क न होने से दिन में तो किसी तरह आवागमन हो जाता है लेकिन रात में गाँव बाहरी दुनिया से कट जाता है। सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूली बच्चों को झेलनी पड़ती है। बारिश के मौसम में तो मार्ग बिल्कुल ही अवरुद्ध हो जाता है। धरना प्रदर्शन में ग्राम के नितिन शर्मा, फिरोज आलम, अल्लाह बख्स, नूर मोहम्मद, तेजपाल, नीशू, सोमपाल, राजेश, सतपाल सागर समेत सैकड़ो ग्रामवासी मौजूद थे।