5:21 am Friday , 31 January 2025
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आसमान में दिखाई देगी ‘आग की रिंग’, 2 अक्टूबर को लगेगा सूर्य ग्रहण

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खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखने वालों के लिए एक सुनहरा मौका आने वाला है। दो दिनों बाद दो अक्टूबर को एक सूर्य ग्रहण लगेगा। यह एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा, जिससे आसमान में आग की रिंग बन जाएगी।

पृथ्वी पर एक दुर्लभ खगोलीय घटना होने वाली है। एक सूर्य ग्रहण लगने वाला है। यह साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण होगा जो बुधवार यानी 2 अक्टूबर को लगेगा। यह एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा जो आसमान में रिंग ऑफ फायर बनाएगा। दरअसल सूर्य ग्रहण लगने का वैज्ञानिक कारण है। जब भी पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य एक सीध में आ जाते हैं तो सूर्य ग्रहण लगता है। चंद्रमा तब पृथ्वी और सूर्य के बीच में होता है। इससे सूर्य से आने वाला प्रकाश बाधित हो जाता है। पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले चंद्रमा की दूरी भी समय-समय पर बदलती रहती है।

चंद्रमा की दूरी बदलने से पृथ्वी से देखने पर यह छोटा और बड़ा दिखाई देता है। जब चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है तब यह बड़े आकार का दिखता है। इस दौरान अगर सूर्य ग्रहण लगे तो वह पूरे सूर्य को ढक पाता है, जिसे पूर्ण सूर्य ग्रहण कहा जाता है। तब अंतरिक्ष से देखने पर पृथ्वी पर चंद्रमा की एक बड़ी परछाई दिखती है। जिस इलाके में सूर्य ग्रहण लगता है वहां पर कुछ मिनटों के लिए दिन में रात जैसा नजारा हो जाता है। तापमान में भी गिरावट देखने को मिलती है।

वलयाकार रिंग के दौरान चंद्रमा पृथ्वी से दूर होता है तो इसका आकार बदल जाता है। यह तब देखने में छोटा लगता है। सूर्य ग्रहण के दौरान यह सूर्य को पूरी तरह नहीं ढक पाता। इस कारण सूर्य के किनारे दिखाई देते हैं। पृथ्वी से इस नजारे को देखने पर ऐसा लगता है जैसे आसमान में आग की रिंग है। यह सूर्य ग्रहण छह घंटे से ज्यादा तक चलेगा। हालांकि अगर आप भारत में इसे देखना चाहते हैं तो आपको निराश होना पड़ेगा। क्योंकि यह वलयाकार सूर्य ग्रहण भारत में नहीं लगेगा। यह दक्षिणी अमेरिका में लगेगा।

कब लगेगा सूर्य ग्रहण?
भारतीय समय के मुताबिक 2 अक्टूबर को 9:13 PM से यह सूर्य ग्रहण शुरू होगा और 3 अक्टूबर 3:17 PM तक दिखाई देगा। वलयाकार सूर्य ग्रहण चिली, अर्जेंटीना और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा। वहीं बाकी दक्षिण अमेरिका के अन्य देशों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण दिखेगा। वैज्ञानिकों को यह घटना उत्साहित करती है। लेकिन सूर्य ग्रहण को देखने के दौरान सावधानियां जरूरी है। जैसे इसे सीधे देखने से बचना चाहिए। सूर्य ग्रहण के लिए खास चश्मे आते हैं। इसे उन्हीं के जरिए देखना चाहिए।