*1977 में सत्ता से बाहर होते ही इंदिरा गांधी की सुरक्षा कम कर दी गई तो सेवादल ने चौबीसों घंटे उनकी सुरक्षा की: शफी अहमद*
*महात्मा गांधी जी ने बेलगाम कांग्रेस अधिवेशन में कहा था कि हार्डिकर और उनके संगठन के बग़ैर कांग्रेस का अधिवेशन सफल नहीं हो पाता:उमेन्द्र पाल शंखधार*
बदायूं : आज दिनाँक 25 सितम्बर 2024 को पूर्व में तय कार्यक्रम अनुसार कांग्रेस सेवादल शेखुपुर बिल्सी विधानसभा की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यातिथि के रूप में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ओमकार सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस सेवादल यंग बिग्रेड मौजूद रहे बैठक की अध्यक्षता जिला कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष उमेन्द्र पाल शंखधार ने किया बैठक का आयोजन जिला कांग्रेस सेवादल उपाध्यक्ष जगदीश सागर तथा ठाकुर राजीव तोमर ने किया बैठक में राहुल गांधी के संघर्षों तथा कांग्रेस सेवादल के समर्पण पर आस्था रखते हुए ठाकुर राजीव सिंह, अशोक यादव, श्याम बाबू यादव अपने सैकड़ो साथियों सहित कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की इस अवसर पर उपस्थित पदाधिकारी व ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष ओमकार सिंह ने कहा कांग्रेस में सेवादल को फ़ौजी अनुशासन और जज़्बे के लिए जाना जाता है. इसका संगठनात्मक ढांचा और संचालन का तरीक़ा सैन्य रहा है. कभी कांग्रेस में शामिल होने से पहले सेवादल की ट्रेनिंग ज़रूरी होती थी. उन्होंने कहा इंदिरा गांधी ने राजीव गांधी की कांग्रेस में एंट्री सेवादल के माध्यम से ही कराई थी. नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक सब सेवादल को ‘कांग्रेस का सच्चा सिपाही’ कहते रहे हैं. इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस सेवादल यंग बिग्रेड शफी अहमद ने कहा की 1923 से पहले आज़ादी के आंदोलन में शामिल कांग्रेस के कार्यकर्ता जेल जाते और माफ़ीनामा लिखकर बाहर आ जाते थे. झंडा सत्याग्रह के दौरान 1921 में हार्डिकर और उनके मित्रों की राष्ट्र सेवा मंडल ने जब माफ़ी मांगने से मना कर दिया तो उनपर कांग्रेस के बड़े नेताओं की निगाह गई. तभी यह सोचा गया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण की ज़रूरत है. उन्होंने बताया नागपुर सेंट्रल जेल में उन्होंने एक ऐसा संगठन बनाने का निश्चय किया जो कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित कर उनमें फ़ौजी अनुशासन और लड़ने का माद्दा पैदा कर सके. हार्डिकर जेल से बाहर आने के बाद इलाहाबाद जाकर नेहरू जी से मिले और सत्य व अहिंसा के मार्ग पर चलने वाले लड़ाका संगठन की स्थापना पर चर्चा हुई. इसके बाद 1923 में कर्नाटक में आयोजित कांग्रेस सम्मेलन में सेवादल बनाने का प्रस्ताव रखा. इसके पहले चेयरमैन नेहरू बनाए गए. इसी संगठन को कांग्रेस सेवादल के रूप में जाना गया. शफी अहमद ने कहा कांग्रेस जब-जब परेशानी में रही है, सेवादल के सिपाही आगे आते रहे हैं. बकौल बलराम, ऑपरेशन ब्ल्यू स्टार के बाद पंजाब में कांग्रेस के लिए काम करना एकदम मुश्किल था, तब सेवादल ने बंदूकों और गोलियों के बीच रहकर वहां संगठन का काम किया. जब 1977 में सत्ता से बाहर होते ही इंदिरा गांधी की सुरक्षा कम कर दी गई तो सेवादल ने चौबीसों घंटे उनकी सुरक्षा की. राजीव गांधी के सत्ता से बाहर होने पर भी सेवादल की ज़िम्मेदारी बढ़ गई थी. इस अवसर पर कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष उमेन्द्र पाल सिंह ने कहा कांग्रेस के बेलगाम सम्मेलन (1924) में पहली बार सेवादल को सैनिटेशन और सिक्युरिटी की व्यवस्था का काम दिया गया था. तब बाल्टियों में मैला उठाया जाता था. सेवादल से जुड़े सभी वर्ग के लोगों ने, चाहे वे ब्राह्मण ही क्यों न हों, सम्मेलन में आए लोगों का मैला साफ़ किया था. इसी सम्मेलन में महात्मा गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था. तब गांधी जी ने कहा था कि हार्डिकर और उनके संगठन के बग़ैर कांग्रेस का अधिवेशन सफल नहीं हो पाता इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस सेवादल सहसचिव बाबू चौधरी, प्रदेश कांग्रेस सेवादल यंग बिग्रेड सचिव फरहान हुसैन, जिला उपाध्यक्ष वीरेश तोमर, जिला महासचिव इख्लास हुसैन, जिला कांग्रेस सेवादल जगदीश सागर ने भी विचार व्यक्त किये इस अवसर पर संचालन जिला कांग्रेस सेवादल उपाध्यक्ष संजीव यादव ने किया तथा राष्ट्रगान गाकर कार्यक्रम का समापन जिला कांग्रेस सेवादल प्रवक्ता एवं जिला उपाध्यक्ष अविनेश मिश्रा ने किया इस अवसर पर इंद्रपाल सिंह पूर्व प्रधान, राजीव सिंह, विजय सिंह, ओमपाल सिंह, फिरोज सैफ़ी, परम सिंह, रियाजुद्दीन, डॉक्टर योगेंद्र, पुष्पेंद्र आदि सैकड़ो कांग्रेसजन मौजूद रहे