इस संबंध में जनपद प्रशासन के तत्वाधान में एनडीआरफ, एसडीआरएफ एवं अग्निशमन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ओर से जन जागरूकता कार्यक्रम एवं मॉक ड्रिल श्री कृष्णा इंटर कॉलेज बदायूं के प्रांगण में संपन्न करवाए गए ।इस अवसर पर एनडीआरफ एवं एसडीआरएफ के वक्ताओं ने बताया कि भूकंप कितने प्रकार की तीव्रताओं के होते हैं और भूकंप से किस प्रकार से अपनी रक्षा की जा सकती है ,जैसे भूकंप आने की स्थिति में सबसे पहले अपने सिर के पिछले भाग पर दोनों हाथ रख ले ,जिससे पश्च मस्तिष्क सुरक्षित रहे ।यदि भूकंप आता है तो उस स्थिति में अपने घर से बाहर आ जाएं और किसी भी इमारत से उसकी ऊंचाई से 1.75 गुना अधिक दूरी पर जाकर खड़े हो जाएं। यदि बहुमंजलि इमारत में है तो नीचे आने के लिए लिफ्ट का प्रयोग ना करें और यदि भवन से बाहर निकलने की स्थिति नहीं हो तो किसी मेज अथवा तख्त के नीचे घुस जाना चाहिए। यदि मेज अथवा तख्त ना हो तो भवन के पिलर के पास जाकर के किसी कोने में खड़ा हो जाना चाहिए ।सभी सावधानियां के बाद भी यदि कोई व्यक्ति भूकंप के उपरांत किसी बिल्डिंग के मलवे में दब जाता है तो उसे जोर-जोर से आवाज निकालना चाहिए और यदि आवाज निकालना संभव न हो तो किसी पत्थर के टुकड़े से टक-ठक की आवाज करना चाहिए, जिससे बचाव दल के सदस्य सही समय पर सहायता उपलब्ध करा सकें ।
वहीं दूसरी ओर अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने फायर एक्सटिंग्विशर के एबीसी टाइप के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि यदि अग्नि ठोस ईंधन में लगी है तो ए टाइप , यदि अग्नि द्रव ईंधन में लगी है तो बी टाइप और अग्नि यदि गैसीय ईंधन में लगी है तो सी टाइप प्रयोग में लाना चाहिए। फायर एक्सटिंग्विशर एवं फायर ब्रिगेड मशीन के द्वारा आग बुझाने तरीके सिखाए। इसके अतिरिक्त भीगे कट्टे से गैस सिलेंडर में लगी आग को बुझाना सिखाया। अग्निकांड के दौरान दम घुटने की स्थिति में फर्श पर लेट कर धीरे-धीरे बाहर निकलना चाहिए और यदि संभव हो तो नासा द्वार पर गीला रुमाल रख लेना चाहिए। इस अवसर पर प्रधानाचार्य डॉक्टर संदीप भारती ने भी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम के साथ मिलकर विद्यार्थियों को टिप्स दिए।
उक्त जानकारी जिला विज्ञान क्लब बदायूं के समन्वयक विवेक जौहरी ने दी।