उझानी बदांयू 20 सितंबर।
बारिश के कारण बाहर से आने वाली सब्जियों की फसल खराब हो गई है। स्थानीय सब्जियों की भी यही हालत है। शिमला मिर्च, अचार वाली बड़ी मिर्च, हरी मिर्च, टमाटर, प्याज, धनिया, परवल, टिंडे ,नींबू ,अदरक,आदि ज्यादातर सब्जियां बाहर से आ रही हैं। कारोबारियों की मानें तो बारिश के कारण सब्जी की आवक बहुत कम हो गई है।
बारिश के चलते सब्जियों की कीमतें दोगुनी हो गई हैं। फसल खराब होने से थोक कृषि उत्पादन मंडी समिति में आवक कम होना इसकी सबसे बड़ी वजह है। वर्तमान में केवल 25 फीसदी माल ही आ रहा है। कद्दू के अलावा कोई भी सब्जी 80 और 100 रुपये किलो से कम नहीं है।
कारोबारियों की मानें तो आम दिनों में 50 छोटी-बड़ी गाड़ियां मंडी में सब्जी की उतरती थी। लेकिन, फिलहाल 10 या 15 से भी कम गाड़ियां आ रही हैं। बारिश के चलते खेतों में पानी होने के कारण सब्जी की आवक कम हुई है। वहीं, पहाड़ी क्षेत्र से भी आने वाली सब्जियों की आवक कम हुई है। बृहस्पतिवार को मंडी में नींबू 100 से 150 रुपये किलो, धनिया 200 रुपये, टमाटर 35 से 40 रुपये और प्याज 50 से 60 रुपये, वही अन्य सब्जियां भी मंहगी रही।
लगातार बारिश के कारण सब्जियों के ट्रक रास्ते में फंस गए हैं। महाराष्ट्र, बनारस, कानपुर, मध्य प्रदेश आदि स्थानों से आने वाली सब्जियां मंडी तक नहीं पहुंच पा रही है। जिसके कारण महाराष्ट्र से आने वाली अचार की मिर्च, शिमला मिर्च, महाराष्ट्र और एमपी से आने वाला प्याज महंगा हुआ है।
फुटकर मे
19 सितंबर को धनिया 400, लहसुन 400, गोभी 150 रुपये, पालक 80 रुपये, ग्वार की फली 60 से 80, तोरई 80, अरबी 80 रुपये तक, टमाटर 60, भिंडी और बैंगन 60, बंद गोभी 60, करेला 60, मूली 40 रुपये किलो के भाव में बिकी। काशीफल को छोड़ दें, तो ज्यादातर सब्जियां 60 से 100 रुपये किलो बिक रही हैं। केवल काशीफल ही 40 रुपये किलो है।
****************//
बारिश की वजह से सब्जी की आवक कम हो गई है। पहले सब्जी की 50 गाड़ियां रोज आ रही थी। अब केवल 15 , सब्जी की कमी होने से भाव बढ़ रहे हैं।-राम यादव, थोक कारोबारी ।***********************
बारिश के कारण सब्जियों के दाम लगभग दोगुने हो गए हैं। बाहर से आने वाली सब्जियों की फसल खराब हो गई है। स्थानीय सब्जियां भी खत्म हो गई है।- अमर सिंह शाक्य, सब्जी व्यापारी। *********************/ राजेश वार्ष्णेय एमके