11:39 am Friday , 31 January 2025
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बाबा इन्टरनेशनल स्कूल में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में भाषण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन

बिल्सीः बाबा इन्टरनेशनल स्कूल में आज हिन्दी दिवस बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय में हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया । जिसमे विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने दोहे, भाषण एवं प्रेरक प्रसंग सुनाये एवं हिंदी भाषा के महत्व पर अपने विचार रखे। बच्चों ने हिंदी के महान साहित्यकारों एवं उनकी कृतियों के विषय पर प्रकाश डाला ।
विद्यालय में हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों के मध्य भाषण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे सभी विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया सभी विद्यार्थी दिए गए विषयों पर तैयारी करके आये जिसका परिणाम निम्न है:- भाषण प्रतियोगिता में ख़ुशी यादव, अनिका यादव, आरोही पाल, आस्था यादव, अंशिका रत्नाकर, अनन्या यादव अव्वल रहीं तथा वाद-विवाद प्रतियोगिता में सभी बच्चों ने अपने तर्क पूर्ण ढंग से अपने विचार व्यक्त किये जिसमे मनु उपाध्याय, अनन्या माहेश्वरी, मानवी, श्रव्या वार्ष्णेय, संजना मीणा, अक्षिता कश्यप,अक्षरा माहेश्वरी, अन्तिमा सिंह ने प्रथम स्थान प्राप्त किया |
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने हिंदी विषय पर भाषण के माध्यम से कहा कि हिंदी दुनिया में सबसे ज्यादा देशों में बोली जाने वाली भाषा है। 14 सितंबर 1949 को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 में हिंदी को राज भाषा का दर्जा दिया गया। तब से यह दिन हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमें अपना कामकाज अपनी मातृभाषा हिंदी में करना चाहिए। जिससे हिंदी को बढ़ावा मिल सके।
विद्यालय डायरेक्टर अनुज वार्ष्णेय ने हिंदी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिंदी भाषा अब सरकारी क्षेत्र से बाहर निकलकर निजी क्षेत्र की भी जरूरत बनती जा रही है। कुछ लोग अपने को ज्यादा पढ़ा लिखा साबित करने के लिए हिंदी भाषा को छोड़ विदेशी भाषा अपना रहे है। सरकारी कार्यालयों में अंग्रेजी के स्थान पर हिंदी भाषा का प्रयोग होना चाहिए। यही हिंदी के लिए सबसे बड़ा सम्मान होगा।
विद्यालय निदेशिका साधना वार्ष्णेय ने कहा कि हिंदी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य बच्चो में हिंदी भाषा के प्रति रुचि उत्पन्न करना था। उन्हें अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी का ज्ञान भी होना आवश्यक है | हिंदी हमारी भावों की वाहिका है, संस्कृति है, जीवन शैली है। हमें सदैव इसका प्रचार प्रसार करते रहना चाहिए। केवल हिंदी दिवस मानने के लिए ही हिंदी का प्रयोग न करके पूरा वर्ष ही हिंदी भाषा का प्रयोग बोलचाल, लिखने व अन्य सभी कार्यो में करें।
प्रधानाचार्या रूपा माहेश्वरी ने कहा कि हिंदी हमारी राजभाषा है। इसने सारे जन मानस को एकता के सूत्र में बांधा है लेकिन फिर भी हम अपनी मातृभाषा को छोड़कर विदेशी भाषाओं के पीछे लगे हुए है। हमें अपनी मातृभाषा को भी सम्मान देना आवश्यक है। हिंदी हमारी संस्कृति से जुड़ी हुई भाषा है। उन्होनें सभी विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वह हिन्दी भाषा को भी बढ़ावा दें।
इस दौरान विद्यालय प्रशासक अमित माहेश्वरी तथा सभी शिक्षकगण उपस्थित रहे।