हेल्थ कर्मियों पर कार्रवाई के लिए सीएम से लगाई गुहार, भेजा पत्र
बिल्सी। पिछले दिनों प्रसव को आई तहसील क्षेत्र के गांव गुधनी निवासी एक प्रसूता की इलाज के दौरान नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मौत हो गई। जिसके बाद मृतका के पति ने सीएचसी के स्टाफ पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए तहसील के अधिकारियों एवं थाना पुलिस से शिकायत की। मगर किसी ने इसको गंभीरता से नहीं लिया। जिसके बाद इसकी शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री से की है। गांव गुधनी निवासी मनीश कुमार ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजे शिकायती पत्र में कहा कि बीती छह सितंबर को उनकी पत्नी हिमांशी को प्रसव पीड़ा होने पर गांव पर तैनात आशा उसे डिलीवरी के लिए बिल्सी सीएचसी लेकर आई। इसी दौरान ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स नहीं थी, उसके स्थान पर दूसरी स्टाफ नर्स वहां मौजूद थी। जिसने डिलीवरी कराने के लिए परिवार के लोगों से दस हजार रुपए की मांग रखी। प्रसूता का पति ने कहा रुपए का हम इंतजाम कर रहे हैं आप डिलीवरी करें, मगर उक्त स्टाफ नर्स ने किसी की बात को नीं सुना और तुरंत ही दस हजार रुपए लाने की बात कही। मृतका के पति ने बताया वह रुपए का इंतजाम करने में लग गया। इतने में स्टाफ नर्स द्वारा इलाज में बरती गई लापरवाही के कारण उसकी गर्भवती पत्नी की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। जिसके बाद उसने इसकी शिकायत तहसील के अधिकारियों एवं थाना पुलिस से की है। जिसपर किसी ने उसकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया। पीड़ित मनीश ने प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से सीएचसी के दोषी स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।