जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, जिला बदायूं में जनपद स्तरीय चार दिवसीय जीवन कौशल प्रशिक्षण का शुभारंभ प्रातः 10 बजे प्राचार्य / उप शिक्षा निदेशक डाइट, बदायूं ने सरस्वती देवी के समक्ष दीप प्रज्वलित कर आरंभ किया तत्पश्चात सरस्वती वंदना निशा यादव जी ने कराई। प्राचार्य डाइट, बदायूं ने कहा कि जीवन कौशल के स्व-जागरूकता, सृजनात्मक चिंतन, समालोचनात्मक, प्रभावी संप्रेषण, समस्या समाधान, परानुभूति, निर्णय लेना, तनाव से जूझना, अंतर्वैयक्तिक संबंध, संवेगों से मुकाबला करना आदि को अच्छे से अपने जीवन में साकार करने हेतु इन चार दिवसों में जीवन कौशल प्रशिक्षण अच्छे से सीखेंगे। डॉ अमित शर्मा प्रभारी सेवारत प्रशिक्षण डायट प्रवक्ता ने कहा कि मानवीय मूल्यों जैसे- सदाचारी, ईमानदारी, सत्य, अहिंसा, वफादारी, निष्ठा, परोपकार, अस्तेय, अपरिग्रह दया, सहानुभूति आदि को सहजता के साथ निभाना सीखना आना चाहिए। गीता सिंह प्रवक्ता डायट ने अपने संबोधन में कहा कि जीवन जीने का सार्थक एवं सकारात्मक कौशल है जीवन में जीवन जीने की कला- हमारा शरीर बदल रहा है, मन बदल रहा है, विचार बदल रहे हैं, हमें सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए। निशा यादव नोडल प्रशिक्षक / प्रवक्ता डायट ने अपने वक्तव्य में कहा कि परिवर्तन जीवन में जीने की प्रक्रिया है हम सकारात्मक सोच रखेंगे तो सब कुछ पॉजिटिव ही होगा दृढ़ इच्छा शक्ति का होना अति आवश्यक है बच्चों में सृजनात्मक चेतना तेजी से जागृत होती है इसलिए हमें अपनी सोच पॉजिटिव ही रखना चाहिए। मैं हूं कौन? सदन में सभी शिक्षकों का परिचय हुआ। संदर्भ दाता मनीष पाल व अंकुर गुप्ता ने स्व जागरूकता पर गतिविधि कराई। तत्पश्चात सदन के सभी शिक्षकों को आठ ग्रुपों में बांटकर पृथक-पृथक टॉपिक देकर चार्ट के माध्यम से प्रस्तुतीकरण कराया। सायं 5 बजे राष्ट्रगान कराकर सदन के शिक्षकों को छोड़ दिया गया। इस अवसर पर अहसान खान, मोहम्मद मुक्तादिर खान, फिरोज असलम, परवीन बेगम, अरशद अली खान, अब्दुल खालिक, जमींद्राज, गुलाम रसूल, रफी उज्जमा खान, जमीर अहमद, अंजुंबी, समरीन आफताब, नूर मोहम्मद अंसारी, मोहम्मद रूमान, मोहम्मद वकारुद्दीन, मोहम्मद अयूब, सीमा, अलका सागर, ज्योति शर्मा, संतोष कुमार, दीप्ति गोयल, नीरज, महेंद्र सिंह, जहीर अहमद, इकबाल मोहम्मद आदि।