।**********उझानी बदांयू 5 सितंबर।
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल मे है देखना है ज़ोर कितना बाजुए कातिल में है। पंडित राम प्रसाद बिस्मिल के इन वाक्यों ने अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला डाली जो काकोरी ट्रेन एक्शन के प्रमुख क्रांतिकारी वीरों में से एक थे।
नगर के एपीएम पीजी कालेज मे आज काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी एवं शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया गया।महाविद्यालय के प्रबन्ध समिति के निदेशक डाॅ एमएसए अग्रवाल एवं प्राचार्य डॉ प्रशांत वशिष्ठ ने मां सरस्वती के चित्र एवं देश के दूसरे राष्ट्रपति डा.सर्वपल्ली राधाकृष्णनन के चित्र के समक्ष माल्यार्पण करके कार्यकम्र का शुभारम्भ किया ।
काकोरी अभियान के अवसर पर छात्र/छात्राओं ने भाषण प्रतियोगिता मे अपने विचार प्रस्तुत किये। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ. शुचि गुप्ता, डॉ. त्रिवेन्द्र सिंह एवं दौलतराम रहे। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अंशिका वार्ष्णेय द्वितीय मणि सक्सेना एवं तृतीय स्थान पारस सक्सेना ने प्राप्त किया।
महाविद्यालय के निदेशक डा अग्रवाल ने छात्र/छात्राओं को देश भक्ति एवं क्रान्तिकारीओं के बलिदान के महत्व के बारे में बताया। एवं शिक्षक दिवस पर सभी को शुभकामनाएं दीं ।
महाविद्यालय के प्राचार्य डा प्रशान्त वशिष्ठ ने काकोरी ट्रेन एक्शन के वीरों एवं शिक्षक दिवस के महत्व के विषय में अपने विचार प्रस्तुत किये।
इस अवसर पर चीफ प्रॉक्टर डाॅ त्रिवेन्द्र सिंह, , डाॅ शुचि गुप्ता , डा जितेन्द्र सिंह राणा, आदि समस्त स्टॉफ उपस्थित रहा।
कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर शिशुपाल सिंह ने किया।