सनातन धर्म में भूखों को खाना खिलाना एक पुण्य कार्य माना जाता है. यह न केवल एक धार्मिक कर्तव्य है। बल्कि मानवता के प्रति भी हमारा दायित्व है।
सनातन धर्म एक प्राचीन धर्म है जो भारतीय सभ्यता और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इसे ‘अद्वैत वेदांत’ का भी कहा जाता है, जिसमें ब्रह्मांड और व्यक्ति के बीच एकता का सिद्धांत है।
सनातन धर्म में कई शाखाएँ, दर्शन और धाराएँ हैं जैसे कि हिंदू धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म, और सिख धर्म. इसके मूल तत्वों में ध्यान, ध्यान, कर्म और भक्ति का महत्व होता है. यह धर्म जीवन के उद्देश्य को मानता है, जिसमें मोक्ष और आत्मज्ञान की प्राप्ति शामिल है. सनातन धर्म के अनुयायी धर्म, अहिंसा, सहानुभूति, और समरसता के प्रति समर्पित रहते हैं.