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जिले के सभी सीएचसी में बेड आरक्षित******** किट से जांच में पॉजीटिव मिलने पर कराई जा रही एलाइजा जांच********
बदांयू 30 अगस्त।
बरसात की शुरुआत होने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में जांच व उपचार की व्यवस्था की गई है। सभी सीएचसी पर डेंगू की जांच के लिए पर्याप्त मात्रा में रैपिड किट भेजी गई है। किट से की गई जांच में संक्रमित पाए जाने के बाद एलाइजा की जांच कराई जा रही है। एलाइजा टेस्ट की सुविधा मेडिकल कॉलेज में है।
सीएमओ डॉ. रामेश्वर मिश्रा ने बताया कि बारिश के बाद मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। गर्मी-उमस और पानी भरने से अक्सर मच्छरों को पनपने के लिए सही वातावरण मिल जाता है, जिससे कई खतरनाक बीमारियों के होने की संभावना बनी रहती है। मानसून में मच्छरों से होने वाली बीमारियों में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, जीका वायरस बुखार आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम में अक्सर पानी जमा होने लगता है, और रुके पानी में अंडे देने से मच्छर पनपते हैं। इसलिए अपने घर में रुके पानी को ढककर या साफ करके रखें, ताकि मच्छर न पनप सकें। रुके पानी से बचने के लिए बाल्टी, कूलर, गमला और अन्य कंटेनर की नियमित जांच करें। मच्छरों से बचे रहने के लिए घर के आसपास खासतौर पर बगीचों, कैंपस या यार्ड्स में किसी भी तरह का कूड़ा-कचरा या मलबा जमा न होने दें। कूड़े-कचड़े में अक्सर मच्छरों को छिपने की जगह मिल जाती है। घर के आसपास नालियों की नियमित रूप से साफ-सफाई का ध्यान रखें।
उन्होंने बताया कि सभी सीएचसी पर चार-चार बेड आरक्षित किए गए हैं। सभी जगहों पर रैपिड किट से जांच की सुविधा भी है। अगर कोई रैपिड किट से जांच में संक्रमित पाया जाता है तो जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज भेजकर उसकी एलाइजा टेस्ट कराई जाती है। अगर तेज बुखार की शिकायत है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच कराऐ।