रासलीला में हुआ श्रीकृष्ण जन्म की लीला का मंचन
बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव हैवतपुर स्थित महागौरी मंदिर पर सुखराज एवं वीरेश यादव की नवीन रासलीला कमेटी का शुभारंभ माता के मंदिर से किया। इसमें भगवान श्री कृष्णा की रासलीला को दर्शाया गया। जिसमें सबसे पहले माँ गौरी का पूजन व आरती होने के उपरान्त रासलीला का शुभारंभ होकर रासलीला करने आये कलाकारों ने भगवान श्री कृष्णा की लीलालों का प्रदर्शन किया। लीला में कंस, देवकी और वासुदेव की झाकियों को दर्शाते हुए बताया गया कि कलाकारों द्वारा देवकी वासुदेव विवाह की मनोहारी लीला के साथ-साथ कंस द्वारा उन्हें कैद कर जेल में डाल दिया जाता है। इसके बाद अत्याचारी कंस अपनी सगी बहन देवकी के पुत्रों को एक-एक करके जन्म के साथ ही मार देता। जब देवकी के आठवें पुत्र के रूप में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होता है फिर आकाशवाणी होती कि इस आठवें पुत्र को यमुना गंगा के पार गोकुल धाम है, जहाँ नन्द जी के घर पंहुचा दें। फिर चल रही लीला में जब कंस को पता चलता है कि देवकी आठवां पुत्र गोकुल में नंदकिशोर के पास है फिर वह काफ़ी राक्षस को भगवान श्री कृष्णा को मरवाने के लिए भेजता है। इसके बाद रासलीला के मंचन का समापन हो जाता है। इस मौके पर आयोजक देव ठाकुर समेत सैकड़ों लोग मौजूबद रहे