उझानी बदांयू 20 अगस्त।
लगातार हो रही बारिश से लौकी, टमाटर, टिंडा, करेला सहित आधा दर्जन सब्जियों की फसलें खत्म हो रही हैं। मिर्च, भिंडी, ग्वार फली की पैदावार भी कम हो गई है। ऐसे में लोकल सब्जियों की आवक बंद होने से प्याज,टमाटर, गोभी ,पालक,तुरई के भाव आसमान छू रहे हैं। बढ़ रही महंगाई ने रसोई के बजट में आग लगा दी है। रोजमर्रा की जरूरत सब्जियों के भावों में करीब तीन गुना तेजी आने से कई सब्जियां तो रसोई की थाली से गायब हो रही है। साथ ठेलों से भी करीब गायब हो गई है, हाल यह है कि प्याज, टमाटर, आलू के भावों में बेतहाशा तेजी आने से गृहणियां एक किलोग्राम की बजाए ढाई सौ ग्राम खरीद रही है।
व्यापारियों के अनुसार बारिश के चलते सब्जियों की उपज काफी हद तक प्रभावित हो गई है। पैदावार कम होने से इन दिनों फल और सब्जियों के दाम तेजी से बढ़े हैं। इधर भाव बढ़ने से होटलों व घरों में सलाद की प्लेट से टमाटर और प्याज गायब हो गए है। लोकल पैदावार कम होने के बाद व्यापारियों को प्याज, मिर्च, टमाटर,पालक ,हरा धनिया, टिंडा, सहित आधा दर्जन सब्जियां दूसरे राज्यों की मंडियों से मंगानी पड रही हे।
सब्जियों के फुटकर भाव- प्याज- 50, से 60, आलू- 40, भिंडी-50-60, टमाटर-80, पत्ता गोभी- 70-80, परवल- 70-80, ग्वार फली-40-50, फूलगोभी- 100-120, पालक- 80-100, लहसुन- 200, लौकी 50, टिंडे-100, तोरई-60-, हरी मिर्च- 80-100,गाजर 100, कद्दू 30, रुपए प्रति किलो बिक रही है।
राजेश वार्ष्णेय एमके।