5:29 pm Friday , 31 January 2025
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पंजाबी समाज सेवा समिति द्वारा मनाया गया “विभाजन विभीषका स्मृति दिवस

पंजाबी समाज सेवा समिति द्वारा मनाया गया “विभाजन विभीषका स्मृति दिवस”|

कैंडल मार्च निकाला तत्पश्चात श्रद्धांजलि दी

पंजाबी महासमिति उत्तर प्रदेश के संयोजक प्रवीन सेठी के आवाहन पर आज पंजाबी समाज सेवा समिति बदायूं द्वारा “विभाजन विभीषका स्मृति दिवस” मनाया गया| इसके तहत पंजाबी समाज सेवा समिति के ततवाधान में सत्संग भवन निकट बिरुआ की बारी मंदिर से एक कैंडल मार्च निकाला गया जिसमें भारी संख्या में समाज के पुरुषों, स्त्रियों ने व बच्चों ने भाग लिया| यह कैंडल मार्च पंजाबी मंदिर में जाकर समाप्त हुआ|तत्पश्चात एक निश्चित स्थान पर कैंडल स्थापित कर 1 मिनट का मौन रखकर विभाजन में हुए 10 लाख शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई|

उपस्थित समुदाय को संबोधित करते हुए समिति अध्यक्ष श्री अशोक नारंग जी ने कहा कि विभाजन के समय हमारे बुजुर्गों ने जो कुर्बानी दी और अपनी शहादत देकर हमारा जीवन बचाया उनके हम कृतज्ञ हैं| विभाजन के बाद पंजाबी समाज ने बहुत परेशानियां झेली लेकिन अपने मेहनत और ईमानदारी के भरोसे पर हम लोगों ने एक ऐसा मुकाम खड़ा कर समाज में अपना स्थान बनाया जो आज भी देश के निर्माण में व विकास में अपना योगदान देता है|

समिति उपाध्यक्ष देवेंद्र (मोनू) मिनोचा ने कहा कि दुर्भाग्य की बात यह है कि हमारे बुजुर्गों ने इतनी बड़ी कुर्बानी विभाजन के समय दी, लेकिन उनके नाम से किसी भी सरकार ने आज तक कोई स्मारक इत्यादि नहीं बनवाया है| भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हमारे उसे बलिदान को देखते हुए “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” मनाने का जो निर्णय लिया निश्चित रूप से हमारे जखमों पर मरहम लगाने का है व सराहनीय है| हम माननीय प्रधानमंत्री जी का और भारत सरकार का अभिनंदन करते हैं, जो उन्होंने हमारी भावनाओं को समझा|

समिति महासचिव राजेंद्र अनेजा एडवोकेट ने कहा कि 1947 का आज का दिन इतिहास में काला दिवस के रूप में दर्ज है| विभाजन के समय हमारे समाज के 10 लाख लोगों ने अपना बलिदान दिया था जो की गिनीज बुक वर्ल्ड में विश्व के सबसे बड़े नरसंहार के रूप में दर्ज है| उन्होंने उपस्थित जन समूह से यह भी अनुरोध किया कि हमें 1947 का विभाजन भूलना नहीं चाहिए व आने वाली पीढियों को उसके बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते रहना चाहिए कि विभाजन के बाद हमने क्या खोया और क्या पाया|

इस अवसर समिति कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारी व सदस्यों के साथ-साथ भारी संख्या में लोग उपस्थित थे|