देवों के हित विष पीकर प्रभु नीलकंठ कहलाए भक्तों पर जो संकट आया शिव दौड़े दौड़े आए कोई नहीं है जग में जिनका शिव उनके हो जाए सुबह शाम यह मेरी जिव्हा जय जय शिव शंकर गाए शिवमय प्रभात वंदन🙏 #हर_हर_महादेव_शिव_शंभू_ॐ #वंदना