उझानी बदांयू 9 अगस्त। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा गड्ढा मुक्त सड़कें कोतवाली क्षेत्र के गांव नरऊ को जाने वाली सडक को देखकर खोखली लगती है, या पीडब्ल्यूडी विभाग मुख्यमंत्री की गड्डा मुक्त सडक की घोषणा को पलीता लगाने में जुटा हुआ है। रेलवे क्रासिंग से आगे उझानी कादर चौक सडक से जुड़े नरऊ के सम्पर्क मार्ग की हालत इतनी खस्ता है कि बारिश में सड़कें तालाब बन जाती है। स्कूल आने जाने वाले बच्चे भी गिरकर चोटिल होते रहते हैं। ग्रामीणों में पूर्व प्रधान कोशलेन्द्र सोलंकी,राजपाल सिंह, कुबेर सिंह, महावीर सिंह, योगेन्द्र, नितिन, सुनील कुमार, देवेन्द्र सिंह, मोती राम, आदि का कहना है कि पिछली बार सडक को मंडी समिति ने बनवाया था, ग्रामीण कई बार जनप्रतिनिधियों व पीडब्ल्यूडी विभाग व मंडी समिति के चक्कर लगा चुके हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग कह देता है कि सडक का मंडी समिति जीर्णोद्धार कराऐगी। दोनों विभागों में उलझकर फुटबॉल बन गई है गांव की सडक। वही ग्रामीणों का कहना है कि पीडब्ल्यूडी विभाग ने नरऊ मोड के मंदिर से मलिकपुर जाने वाली सडक को बनवा दिया जबकि वह ज्यादा जीर्ण-शीर्ण नहीं थी। जिस नरऊ गांव की गड्ढा युक्त सडक से राहगीरों को आने जाने में हो रही दिक्कत पर विभाग ने गोर नहीं किया। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि इस गंभीर समस्या से निजात दिलाने को सडक सही कराने को पीडब्ल्यूडी विभाग को आदेशित करें। जिसमें गांव वासियों को आवागमन में दिक्कत ना हो।
राजेश वार्ष्णेय एमके