Vandana
हे महादेव शिव त्रिपुरारी
तुमको पूजे दुनिया सारी
कण कण में है वास तुम्हारा
भक्तों का बनते हो सहारा
मन से तुम्हें मनाने वाला
जीवन में सब पा जाता है
भव बंधन कट जाते उसके
जीवन धन्य हो जाता है
हे शंभू गौरी शंकर
विनती मेरी स्वीकार करो
श्रृद्धा से शीश झुकाती हूँ
मेरा भी उद्धार करो