बहुत दिनों से आमिर सुल्तानी और उनके साथी बदायूं में संस्कृतिक,साहित्यिक और सामाजिक कार्यक्रमों के लिए बने ऑडिटोरियम को संस्थाओं को कार्यक्रमों हेतु दिलवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं पिछले साल भी उन्होंने ऑडिटोरियम की मांग उठाई थी लेकिन इस वर्ष फिर से उन्होंने ऑडिटोरियम की मांग उठाई है उन्होंने आज डीएम बदायूं को एक ज्ञापन दिया
आगाज़ संस्था के सदस्य आमिर सुल्तानी ने कहा कि बदायूं सांस्कृतिक सामाजिक और साहित्यिक क्षेत्र नाम रोशन करने वालो की कर्मभूमि रही है बदायूं में रामपुर सहसवान घराना बहुत बड़ा घराना है जिससे कई पद्म पुरस्कार मिल सके जिसको देखते हुए पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव के अथक प्रयासों से बदायूं में एक ऑडिटोरियम बनाया गया था लेकिन आज भी वह किसी भी सांस्कृतिक, साहित्यिक और सामाजिक कार्यक्रम के लिए आवंटित नहीं किया जाता ढाई साल के अंतराल में एक भी कार्यक्रम साहित्यिक सामाजिक और सांस्कृतिक नहीं हुआ है जबकि उसमें राजनीतिक कार्यक्रम कई बार हो चुके हैं हमें प्रशासन से उम्मीद है वह हमारी इस मांग को पूरा करेगा
नितिन गुप्ता ने कहा कि बदायूं में बने ऑडिटोरियम को आज तक किसी की साहित्यिक सामाजिक और सांस्कृतिक संस्थाओं को नहीं दिया जा सकता जबकि उत्तर प्रदेश सरकार का यह लक्ष्य है कि सांस्कृतिक,साहित्यिक और सामाजिक गतिविधियों को आगे बढ़ाया जाए ऐसे में ऑडिटोरियम का ना देना सरकार के विरुद्ध मंशा को दर्शाता है
करवाने खुसरो के अध्यक्ष दानिश बदायूंनी ने कहा की बदायूं बहुत बड़े-बड़े कलाकारों की जन्मस्थली और कर्म स्थली रही है और बहुत से कार्यक्रम उनकी याद में भी होते हैं लेकिन बदायूं में अभी तक ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन ऑडिटोरियम में नहीं हुआ हमारी प्रशासन से मांग है कि वह इस मांग पर पूर्ण ध्यान देकर मांग को पूरा करवाए
इस मौके पर शाहबाज हुसैन,नदीम चौधरी,सुहैल सैफी, फ़ज़ल खां एडवोकेट मौजूद रहे