हाईटेंशन लाइन से मौतों के मामले में
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने लिया एक्शन
जिलाधिकारी व एसएसपी बदायूँ और उ0प्र0 पावर कारपोरेशन के चेयरमैन से किया जबाब तलब
कांग्रेस के प्रदेश सचिव अजीत सिंह यादव की शिकायत पर शुरू हुई कार्यवाही
बदायूँ। 07 अगस्त। बदायूँ में बिजली की हाईटेंशन लाइनों से पिछले दिनों हुई मौतों के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक्शन लिया है। कांग्रेस के प्रदेश सचिव अजीत सिंह यादव की शिकायत पर मानवाधिकार आयोग ने सुनवाई शुरू कर दी है।
आज आयोग ने जिलाधकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बदायूँ और उ0प्र0 पावर कारपोरेशन के चेयरमैन से जबाब तलब किया है।
उक्त जानकारी देते हुए कांग्रेस के प्रदेश सचिव अजीत सिंह यादव ने बताया कि हाईटेंशन बिजली लाइनों से हुई मौतों पर उनके द्वारा की गई शिकायत पर शुरु की गई कार्यवाही के विषय में आज राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने ईमेल के जरिये उन्हें जानकारी दी ।
मानवाधिकार आयोग ने पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा देने, तत्काल सभी जर्जर बिजली लाइनों को बदलने आदि को लेकर उ0प्र0 पावर कारपोरेशन के चेयरमैन ,
जिलाधिकारी व एसएसपी बदायूँ से चार हफ्ते के अंदर जबाब देने का आदेश दिया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि डबल इंजन की भाजपा सरकार नागरिकों की जीवन रक्षा करने में विफल साबित हुई है। दस साल से चल रही भाजपा सरकारें बिजली की जर्जर लाइनों को बदलने का छोटा सा काम तक नहीं कर सकीं। प्रदेश की जनता को बिजली देने में भाजपा विफल रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस मृतकों को न्याय दिलाएगी।
श्री यादव बताया कि शिकायत में कहा है कि बदायूँ जनपद में विगत दिनों हाईटेंशन बिजली लाइन गिरने से चार लोगों की मौत की घटनाओं ने व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है। 02 अगस्त को दातागंज कोतवाली के गाँव दुधारी निवासी देवपाल सिंह व उनकी पत्नी मीना सिंह के ऊपर मूसाझाग के पास हाईटेंशन बिजली लाइन टूटकर गिर गई। जिससे वे दोनों जल कर मर गए। इससे पहले 30 जुलाई को उसावां कस्बे घर के बाहर खेत में लगी लोहे की बाढ़ पर हाई टेंशन बिजली लाइन का तार टूटकर गिर गया ।जिसकी चपेट में आने से उमेश राठौर और उनकी माता राजेन्द्री की मौत हो गई।
श्री यादव ने कहा है कि घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने को तत्काल उच्च स्तरीय प्रयास किये जायें। नागरिकों की जान की हिफाजत की जिम्मेदारी से सरकार बच नहीं सकती।