Sugandha Sharma
तेरी यादों की खुशबू जैसे रात रानी की सुरभित पुष्प,
खिल जाता है सोचकर तुझको ये मन बावरा मधुप।
गुंजित तेरे शब्दों की वीणा मेरे उर को करती झंकृत,
स्नेहिल यादों के बंधन में खिल जाता है मेरा रूप। 🌹
#सुप्रभात_जिंदगी
#सुगंधा
#स्वीट_संडे