बिल्सी में जैन धर्म के अनुयायियों ने किया भक्तांमर पाठ
बिल्सी। नगर के मोहल्ला संख्या आठ स्थित पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में बुधवार जैन धर्म के अनुयायियों द्वारा भक्तांमर पाठ का आयोजन किया गया। यहां सर्वप्रथम समाज के अध्यक्ष मृगांक कुमार जैन ने भगवान जिनेंद्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पाठ का शुभारंभ किया। इसके बाद समाज की महिलाओं ने भक्तांमर पाठ की महिमा का वाचन किया गया। इसके पश्चात सभी ने पाठ का विधिवत जाप किया गया। मीडिया प्रभारी प्रशांत जैन ने बताया कि इस स्तोत्र के बारे में कई किंवदंतियां हैं। इसमें सबसे प्रसिद्ध किदवंती यह है कि आचार्य मानतुंग को जब राजा भोज ने जेल में बंद करवा दिया था और उस जेल के 48 दरवाजे थे जिन पर 48 मजबूत ताले लगे हुए थे। तब आचार्य मानतुंग ने भक्तामर स्तोत्र की रचना की तथा हर श्लोक की रचना ताला टूटता गया। इस तरह 48 शलोको पर 48 ताले टूट गए।। इसका नियमित पाठ करने से मन में शांति का अनुभव होता है व सुख समृद्धि व वैभव की प्राप्ति होती है। इस मौके पर ममता जैन, काजोल जैन, ज्योति जैन, नीलम जैन, इंदु जैन, कुलदीप जैन, संतोष कुमार जैन, अनिल जैन सोनी आदि मौजूद रहे।