बिल्सी में जैनियों ने मनाया कुन्थुनाथ स्वामी का गर्भ कल्याणक
बिल्सी। नगर के मोहल्ला संख्या आठ स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में मंगलवार को जैन धर्म के 17वें तीर्थंकर भगवान कुन्थुनाथ स्वामी का गर्भ कल्याणक धूमधाम से मनाया गया। यहां सर्वप्रथम भगवान जिनेंद्र का जलाभिषेक व शांतिधारा की गई। इसके पश्चात विधि विधान से पूजा-अर्चना कर चालीसा का पाठ आदि किया गया। जैन समाज के मीडिया प्रभारी प्रशांत जैन ने बताया कि किसी समय भगवान षडंग सेना से संयुक्त होकर क्रीड़ा से वहाँ वापस लौट रहे थे कि मार्ग में उन्होंने किसी मुनि को आतपयोग से स्थित देखा। देखते ही मंत्री के प्रति तर्जनी अंगुली से इशारा किया कि देखो-देखो मंत्री उन मुनिराज को देखकर नतमस्तक हो गया और पूछने लगा कि हे देव इस तरह कठिन तप कर ये क्या फल प्राप्त करेंगे। चक्रवर्ती कुन्थुनाथ हंसकर कहने लगे कि ये मुनि या तो इसी भव से कर्म काटकर निर्वाण प्राप्त करेंगे या तप के प्रभाव से शाश्वत धाम प्राप्त करेंगे। जो परिग्रह का त्याग नहीं करते, वे संसार में ही परिभ्रमण करते रहते हैं। इत्यादि रूप से भगवान ने मंत्री को मोक्ष तथा संसार के कारणों का निरूपण किया। चक्रवर्ती पद के साम्राज्य का उपभोग करते हुए भगवान के तेईस हजार सात सौ पचास वर्ष व्यतीत हो गये। इस मौके पर अरविंद कुमार जैन, अनिल कुमार जैन, अभिषेक जैन, ज्योति जैन, नीलम जैन, ममता जैन, काजल जैन, प्रियांश जैन आदि मौजूद रहे।