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उझानी बदायूं 22 जुलाई । आज से सावन के महीने की शुरुआत होने जा रही है, ऐसे में लोगों ने इसकी तैयारी भी पूरी कर ली है। सावन के महीने में महादेव की पूजा-अर्चना करने का काफी महत्व होता है। इसीलिए लोग शिव शंकर के मंदिर जाकर भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए मीलों का सफर तय कर गंगाजल से अपने आराध्य भोलेभंडारी का अनुष्ठान करते हैं।
मान्यताओं के अनुसार यदि सावन के महीने में कांवड़ में गंगाजल लाकर महादेव को अर्पित किया जाए तो सभी मनोकामना पूरी होती है। यही वजह है कि कांवड़ यात्रा का काफी महत्व है। इस यात्रा में शिव भक्त गंगाजल लाकर भगवान शिव शंकर को अर्पित करते हैं। बड़ी बात यह है कि गंगा नदी चाहे कितनी भी दूर हो, शिव भक्त यह पूरी यात्रा पैदल ही तय करते हैं।
ऐसे में अगर इस भीषण गर्मी में पैदल यात्रा के दौरान सही कपड़े नहीं पहनें जाएं तो शिव भक्तों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप भी कांवड़ यात्रा में जाने की सोच रहे हैं तो अपने लिए सबसे पहले सही कपड़ों का चयन अवश्य करें। ******
सूती या शिफाॅन के ही कपड़े हे सही
सबसे पहले ये ध्यान रखें कि कांवड़ यात्रा आपको पैदल ही पूरी करनी है। ऐसे में इस यात्रा के दौरान सूती या शिफॉन के कपड़े ही पहनें। गर्मी के मौसम में इस फैब्रिक के कपड़े आपको आराम पहुंचाने का काम करेंगे। अगर आप मोटे फैब्रिक या टेरीकॉट का कपड़ा पहनेंगे तो ये आपको गर्मी में परेशान कर सकते हैं।
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इस यात्रा के दौरान कभी भी शर्ट न पहनें।****कांवड यात्रा में ओवरसाइज टीशर्ट आपको आराम पहुंचाने का काम करेगी। अगर आप फिटिंग की शर्ट या टीशर्ट पहनेंगे तो इससे भी आपको उलझन हो सकती है।*****
जींस से रहें दूर
कांवड़ लेकर आपको मीलों पैदल चलना पड़ेगा। ऐसे में या तो शॉर्ट्स या फिर पायजामे को ही पहनकर यात्रा आरंभ करें। ये काफी ढीले होते हैं, जिस वजह से इसमें आपको पैदल चलने में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी,हवा भी लगती रहेगी,जबकि जींस आपको थोड़ी देर में ही परेशान कर सकती है। ******///
**कांवड़ यात्रा के लिए बेहद जरूरी है।
टोपी और गमछा*
इस चिलचिलाती गर्मी में अपने सिर को धूप से बचाने के लिए आपको टोपी की जरूरत पड़ेगी। इसके साथ ही गर्मी में बार-बार मुंह पोंछने के लिए आपको गमछा चाहिए ही होगा। ऐसे में यात्रा के आरंभ से ही इन दोनों चीजों को साथ रखें।
******* राजेश वार्ष्णेय एमके