बदायूं के नगर सहसवान में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां विद्युत विभाग के उपकरणों को कबाड़ की दुकान पर बेचने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस व विद्युत विभाग के जिम्मेदारों ने मिल जुलकर मामला रफा दफा कर लिया और किसी पर बिना कार्रवाई किये एक दूसरे पर पल्ला झाड़ लिया गया। जिससे एक बात तो स्पष्ट है कि जिले में हर विभाग में भ्रष्टाचार हावी है और एंटी करप्शन टीम द्वारा लगातार कार्रवाई के बाबजूद कोई सुधार होता नजर नहीं आ रहा है।
पूरा मामला बदायूं जिले के सहसवान नगर के मोहद्दीनपुर का है जहां का एक फैमस कबाड़ी बेखौफ होकर सरकारी सामान का भी सौदा कर लेता है लेकिन पुलिस से सांठगांठ के चलते कोई कार्रवाई नहीं होती। ताज़ा मामला भी कुछ ऐसे ही दबा दिया गया जिसमें कबाड़ की दुकान पर विद्युत विभाग के सरकारी उपकरण बेचे जा रहे थे लेकिन मामला पुलिस में पहुंचा तो वहां भी रफा दफा कर मामला शांत कर दिया गया और सरकारी उपकरण बेचने और खरीदने वाले किसी पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गयी। अब सवाल खड़ा होता है कि जीरो टारलेंस का दावा करने वाली योगी सरकार के अफसर क्या सरकार के मंसूबों के हिसाब से कार्य नहीं कर पा रहे हैं या फिर प्रदेशवासियों को भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश का सिर्फ सपना दिखाया जा रहा है। बिजली कटौती को लेकर जनता सड़कों पर होती है लेकिन भ्रष्टाचार में संलिप्त लोग खुलेआम सरकारी उपकरणों को कबाड़ में बेच रहे हैं और बिना कार्रवाई के बच जा रहे हैं जो अपने अपने आपमें तमाम सवाल खड़े करते हैं।
रिपोर्ट मोहित यादव बदायूं