राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशों के अनुपालन में माननीय जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बदायूं के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बदायूँ द्वारा आज दिनांक 13.07.2024 को जनपद बदायूँ में समय पूर्वान्ह 10:00 बजे से राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ माननीय जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूं श्री पंकज कुमार अग्रवाल द्वारा जनपद के दीवानी न्यायालय परिसर में स्थित केन्द्रीय सभागार में किया गया। जिसमें श्रीमान प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय बदायूँ तथा अन्य समस्त सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण, समस्त बैंक के अधिकारीगण, जिला बार एसोशिएसन के अध्यक्ष, श्री योगेन्द्र पाल सिंह व सचिव श्री संदीप मिश्रा एवं समस्त न्यायिक कर्मचारीगण, पराविधिक स्वयंसेवकगण आदि उपस्थित रहे। इसके उपरान्त भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय सहायक महाप्रबन्धक श्री अशोक कुमार सिंह द्वारा माननीय जनपद न्यायाधीश को एवं भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा प्रबन्धक श्री पी.पी.सिन्हा द्वारा श्रीमान प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय व अन्य अधिकारीगण को सम्मान स्वरूप पौधे भेंट किये गये।
श्रीमती शिव कुमारी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूं द्वारा कार्यक्रम का संचालन करते हुये सर्वप्रथम श्री सौरभ सक्सेना, नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत / अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बदायूं को आमन्त्रण आग्रह किया गया। श्री सौरभ सक्सेना द्वारा अपने वक्तव्य में लोक अदालत के विषय में जानकारी देते हुये कहा कि यह एक ऐसा अवसर होता है जहां पर गरीब से गरीब व्यक्ति आपसी समझौते के आधार पर सस्ता एवं सुलभ न्याय प्राप्त कर सकता है। इसके उपरान्त श्री योगेन्द्र पाल सिंह, अध्यक्ष जिला बार एसोशिएशन, बदायूं द्वारा कहा गया कि बार एसोशिएशन द्वारा हमेशा लोक अदालत का सहयोग किया गया है और यह सहयोग हमेशा मिलता रहेगा।
उक्तानुक्रम में श्री मित्रपाल सिंह, प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय, बदायूं द्वारा अपने वक्तव्य में पारिवारिक विवादों हेतु काउन्सलर एवं मध्यस्थ अधिवक्तागण की सराहना कर उनके कार्यों के सम्बन्ध में विस्तार पूर्वक बताया एवं लोक अदालत के माध्यम से आपसी समझौते के आधार पर विवादों को अधिकाधिक निस्तारण कराये जाने हेतु पक्षकारों से अपील की गयी एवं श्रीमती मचला अग्रवाल पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण बदायूँ द्वारा अपने वक्तव्य में कहा गया कि वह राष्ट्रीय लोक अदालत में आज अपने न्यायालय के माध्यम से अधिक से अधिक वादों का निस्तारण करेंगी।
श्री पंकज कुमार अग्रवाल, जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूं द्वारा इस अवसर पर विचार व्यक्त किया गया कि राष्ट्रीय लोक अदालत को राष्ट्रीय लोक कल्याणकारी दिवस के रूप में आयोजित किया जाना चाहिए। इसी क्रम में दिव्यांगजन विभाग के अधिकारियों के सौजन्य श्री पंकज कुमार अग्रवाल, जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूं द्वारा के द्वारा दिव्यांगजनों को 05 ट्राइसाइकिल एवं 01 वृद्घजन को श्रवणयंत्र का वितरण किया गया।
श्री पंकज कुमार अग्रवाल जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बदायूं द्वारा अपने वक्तव्य में कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत एक पर्व है जहां पर पक्षकार अपने-अपने हितों के अनुरूप आपसी रामझौते के आधार पर सस्ता एवं सुलभ न्याय प्राप्त कर सकते है। इसके अतिरिक्त उनके द्वारा बैंक अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों को धन्यवाद करते हुये कहा कि आम-जन अपने बैंक विवादों को आपसी समझीते के आधार पर निस्तारित करा सकते हैं। इसी क्रम में दिव्यांगजन विभाग के अधिकारीगण को धन्यवाद कर कहा कि उनके द्वारा ट्राइसाइकिल वितरित किये जाने से राष्ट्रीय लोक अदालत का यह पर्व राष्ट्रीय लोक कल्याणकारी दिवस के रूप में भी आयोजित हो रहा है।
श्रीमती शिव कुमारी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत के विषय में जानकारी देते हुये बताया कि आम-जन न्यायालय में लम्बित विवादों जैसे आपराधिक शमनीय वाद, एन०आई० एक्ट-अन्तर्गत धारा 138 मोटर दुर्घटना सम्बन्धित वाद, वैवाहिक / पारिवारिक विवाद श्रम सम्बन्धी वाद, भूमि अधिग्रहण सम्बन्धी याद किरायेदारी, ट्रेफिक चालान, राजस्व बाद, विद्युत बिल आदि विवादों का निस्तारण इस राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से करवा सकते है। इसी क्रम में उनके द्वारा सभी को राष्ट्रीय लोक अदालत सफल बनाये जाने हेतु अपना-अपना सहयोग दिये जाने की अपील की गयी।
राष्ट्रीय लोक अदालत में श्री मित्रपाल सिंह, प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय, बदायूं द्वारा अपने न्यायालय में आपसी समझौते के आधार पर कुल 102 पारिवारिक विवादों का निस्तारण किया गया। इस अवसर पर 03 पति-पत्नी जोड़ो द्वारा आपस में फूल-माला पहनाकर अपने सम्बन्धों को जीवन पर्यनत खुशहाल रहने का एक-दूसरे से वादा किया।
श्रीमती मचला अग्रवाल, पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण बदायू द्वारा कुल 73 मोटर दुर्घटना प्रतिकर याचिकाओं का निस्तारण कर अंकन 4,22,69,000/-रुपये की धनराशि पीड़ितों को बतौर क्षतिपूर्ति दिलायी गयी।
उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में प्री-लिटिगेशन से सम्बन्धित वादों में विभिन्न बैंकों के 1123 मामले, भारत संचार निगम लि० के 14 राजस्व सम्बन्धित 325 मामले, 1083 स्थानीय निकाय के मामले एवं अन्य प्रकार के 30600 मामले थे। इस प्रकार कुल 33145 प्री-लिटिगेशन मामलों का एवं न्यायालयों में लम्बित फौजदारी एवं सिविल वादों में 4,734 वादों का निस्तारण हुआ।
इस प्रकार उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 38115 वादों का निस्तारण हुआ।
उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद न्यायालय बदायूँ के समस्त सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण, जिला सिविल बार एसोशिएशन एवं जिला बार एसोशिएशन के विद्वान अधिवक्तागण, सभी सम्बन्धित बैंक के अधिकारीगण, कर्मचारीगण, स्वयंसेवीगण, उपस्थित हुये।
सभी के समेकित प्रयासों से उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाया जा सका है।