बड़ों को प्रणाम करना शोभा नहीं संस्कार है – कथा व्यास पंडित श्री ब्रजेश पाठक जी
श्री रघुनाथ जी मंदिर ( पंजाबी मंदिर ) बदांयू में 10 जुलाई तक प्रतिदिन रात्रि 8 बजे से 9 बजे तक चल रही श्री राम कथा के दूसरे दिन कथा व्यास पंडित बृजेश पाठक जी महाराज ने कहा हमारी संस्कृति में बड़ों के चरणों में प्रणाम करना शोभा नहीं संस्कार है , ऐसा संस्कार जिसके द्वारा छोटे बिना कुछ कहे बड़ों के हृदय में स्थान पाए जाते हैं अपने से बड़ों के हृदय में स्थान पाने के लिए इसके अतिरिक्त और कोई उपाय नहीं है हिंदू मनीषा ने इस बात को समझा है और प्रणाम करने पर बहुत जोर दिया है बड़ों के चरणों में प्रारंभ करने से व्यक्ति को आयु विद्या यश और बल इन चारों की प्राप्ति होती है