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कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के रुप में पोस्टिंग हर आईएएस और आईपीएस की इच्छा होती है, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि पोस्टिंग तो मिलती है, लेकिन किस्मत खेल कर देती है। ऐसा ही कुछ एक युवा आईएएस के साथ हुआ है।
हाथरस उत्तर प्रदेश में एक बड़ा हादसा हो गया है। वहां भगदड़ में सैकड़ों लोगों की जान चली गई है। भगदड़ के कारणों की तलाश के बीच एक बात निकल कर आ रही है कि इतनी बड़े कार्यक्रम की अनुमति किसने दी थी। इस सवाल के जवाब में जो नाम आ रहा है वह हाथरस के जिलाधिकारी आशीष कुमार का है। कहा जा रहा है कि डीएम ने ही आयोजकों को अनुमति जारी की है। ऐसे में डीएम का नपना तय माना जा रहा है। वैसे भी किसी जिले में इतनी बड़ी घटना हो जाए और डीएम की जिम्मेदारी तय न हो ऐसा हो ही नहीं सकता, लेकिन इस कार्यवाही से एक युवा आईएएस का करियर दांव पर लग जाएगा।
हाथरस के कलेक्टर आशीष कुमार महज 34 साल के हैं। डीएम के रुप में हाथरस उनका पहला जिला है। 2015 बैच के आईएएस आशीष कुमार इससे पहले सहानपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष थे। अभी 25 जून को सरकार ने उन्हें हाथरस के डीएम की जिम्मेदारी सौंपी थी। 26 जून को उन्होंने डीएम के रुप में कार्यभार संभाला। यानी ट्रांसफर आर्डर जारी होने के महज 7 दिनों में ही आशीष कुमार पर कार्यवाही का खतरा मंडराने लगा है।
आईएएस आशीष कुमार मूल रुप से उत्तर प्रदेश के ही रहने वाले हैं। उन्होंने 2015 यूपीएससी क्रेज किया। आशीष का 9वां रैंक था। 1989 में जन्में आशीष कुमार आईआईटी कानपुर से पढ़ाई की है।