उझानी बदायूं 1 जुलाई 2024। उझानी कोतवाली को दो सेटिंग बाज सिपाही चलाते हैं ?। सरेराह छात्राओं से छेड़छाड़ कर फायर करने वाले मनचलों तक पुलिस पहुंची दो दिन कोतवाली में बिठाऐ रखा। मगर सेटिंग के चलते छोड़ दिया गया। लगता है यहां कानून का राज नहीं, तभी तो दोनों युवकों कर कारवाई किये बिना ही छोड दिया गया। इस तरह की घटनाओं से अपराधियों पर अंकुश लगाना तो दूर, पुलिस उनको ओर बढ़ावा दे रही है। कोतवाली में काफी लम्बे समय से यह दो सिपाही डटे हुए हैं। नऐ आने वाले अपने से बड़े अधिकारियों को यह अपने हिसाब से चलाने को मजबूर कर देते हैं। आलम यह है कि कोतवाली से कोर्ट हाजिर होने मुजरिम अपनी प्राईवेट कार से जाते हैं सब सेटिंग का खेल है ? रेता, मिट्टी खनन करने वाले, क्रिकेट का सट्टा, जुआ, या पर्ची वाला सट्टा सब कुछ इन्हीं सिपाहियों के इर्द-गिर्द सेटिंग से बदस्तूर होता है ? कई बार यह सिपाही कोतवाली पुलिस की किरकिरी भी करा चुके हैं फिर भी सेटिंग के चलते यह अपनी गोटियां फिट कर लेते हैं। काफी समय से यहीं टिके होने की वज़ह से इनको शहर के सभी अपराधियों व गलत काम करने वालों की जानकारी रहती है। पिछले दो माह में दर्जनों घरों को चोरों ने निशाना बनाया, चोरों की सीसीटीवी फुटेज भी सोपी मगर पुलिस को अपराधियों तक पहुंचने में आज तक कामयाबी नहीं मिली। सेटिंग बाज सिपाहियों की यही कारगुजारियां ऐसे ही चलती रही तो आने वाले दिनों में फिर कोतवाली पुलिस को फजीहत का सामना ना करना पड़े, इससे इंकार नहीं किया जा सकता। राजेश वार्ष्णेय एमके/ अभिनव सक्सेना।