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मंदिरों का शहर जम्मू से लेकर धरती के स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर तक बाबा बर्फानी के जयघोष गूंज रहे हैं। देशभर से आए भगवान भोले के भक्तों से पूरा जम्मू कश्मीर शिवमय हो गया है। शनिवार को पहला जत्था आधार शिविर बालटाल और पहलगाम से पवित्र गुफा की ओर रवाना हुआ। वहीं, जम्मू से दूसरा जत्था घाटी के लिए रवाना किया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच श्री अमरनाथ यात्रा आज शुरू हो गई है।
जय बाबा बर्फानी, भूखे को अन्न, प्यासे को पानी…, बम-बम भोले और जय शिव शंकर के जयघोष… हर तरफ उत्साह, उमंग और जोश देखने को मिल रहा है। आधार शिविर भगवती नगर में भोले के भजनों पर भक्त खूब झूम रहे हैं। हर किसी में बाबा बर्फानी के प्रति आस्था नजर आ रही है।
आधार शिविर बालटाल और पहलगाम से अनाउंसमेंट के माध्यम से पहले जत्थे में जाने वाले भक्तों को तैयार होने के लिए कहा गया, तो भक्त झूम उठे। वे भी तो इन पलों का काफी दिनों से इंतजार कर रहे थे। हर कोई सामान उठाकर बाबा का गुणगान करते हुए अपनी यात्रा शुरू करने के लिए बढ़ा।
इस बीच डमरू बजाकर बाबा के भक्तों के जोश को बढ़ाया गया तो किसी ने भोले के भजन गाकर गुणगान किया। बाबा बर्फानी के पास जल्दी पहुंचने का उत्साह भी बढ़ने लगा। अधिकांश श्रद्धालुओं ने गले में आरएफआईडी कार्ड पहने हुए थे, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित रहे। जो जहां खड़ा था वहीं से बाबा का गुणगान कर रहा था।
जम्मू कश्मीर के प्रवेशद्वार लखनपुर से पवित्र गुफा तक 90 हजार जवान तैनात किए गए हैं, जो हाईवे, लंगर स्थलों, आधार शिविरों, यात्री निवासों आदि पर सुरक्षा संभाल रहे हैं।
बालटाल और चंदनबाड़ी (पहलगाम) बेस कैंप से लेकर प्रमुख स्थानों पर दर्जनों स्टैटिक कैमरे रणनीतिक रूप से लगाए गए हैं। सभी पंजीकृत यात्रियों को आरएफआईडी (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) टैग से लैस किया गया है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि यात्रा के दौरान उनके सटीक स्थानों पर नजर रखी जा सके।
दक्षिण कश्मीर हिमालय में लगभग 13,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा के लिए दो मार्गों से यात्रा पूरी की जाती है। एक मार्ग बालटाल आधार शिविर से शुरू होता है तो दूसरा पहलगाम आधार शिविर से। कश्मीर घाटी के जिले अनंतनाग में नुनवान-पहलगाम मार्ग पारंपरिक है और यह करीब 32 किलोमीटर लंबा है। वहीं, गंदरबल जिले में 14 किलोमीटर छोटा लेकिन खड़ी पहाड़ियों से घिरा बालटाल मार्ग है। इस मार्ग से एक दिन में दर्शन करके लौटा जा सकता है।
कश्मीर में एक हाईटेक कमांड कंट्रोल सेंटर तैयार किया गया है। यह सेंटर 20 सरकारी विभागों के करीब 60 कर्मियों के साथ दिन-रात काम करेगा। हाईटेक कमांड कंट्रोल सेंटर में काम करने वाले विभागों में जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य, जलशक्ति, पीडीडी, दूरसंचार और कई अन्य विभाग शामिल है।
इस बार यात्रा 52 दिन तक चलेगी। यात्रा 29 जून से शुरू होने जा रही है। 19 अगस्त तक बाबा बर्फानी के भक्त उनके दर्शन कर सकेंगे।