यज्ञ मंडप परिक्रमा करने से मनोवांछित फल मिलता है
बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव बड़नौमी में ग्राम देवी मंदिर पर आयोजित सात दिवसीय लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में मंडप परिक्रमा करने के लिए रोजाना सैकड़ो श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं। धार्मिक आस्था के अनुरूप छोटे-छोटे बच्चे और महिला-पुरुष सुबह से ही परिक्रमा के लिए यज्ञ स्थल पर जुट जाते हैं। महायज्ञ के चौथे दिन भी यज्ञ दर्शन के लिए इलाके से काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। सुबह से दोपहर तक जारी हवन में भाग लेने तथा हवन का धुंआ ग्रहण करने के लिए मंडप परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ हमेशा लगी रहती है। आशीष रामानुजदास ने बताया कि यज्ञ में परिक्रमा से अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है। महायज्ञ का आयोजन होने से सर्व देवी देवता एवं सारे तीर्थ विराजमान होते हैं। शास्त्रोक्त इस आधार से यज्ञ मंडप परिक्रमा करने से मनोवांछित फल मिलता है। जो व्यक्ति जिस कामना लेकर परिक्रमा करते हैं वे वैसा ही प्राप्त करते हैं। आचार्य ने बताया कि शुद्ध चित्त और लक्ष्मी नारायण के प्रति समर्पण होकर मंडप परिक्रमा करना चाहिए। भगवान विष्णु के लिए कम से कम चार वार तथा अत्यधिक अपनी क्षमता के अनुसार 21, 51 या 108 वार तक परिक्रमा करना लाभकारी सिद्ध होता है। इस मौके पर क्षेत्र के तमाम लोगों ने यहां पहुंच कर यज्ञ की परिक्रमा की।