श्रीमद्भागवत कथा सुनकर धुंधकारी का हुआ था उद्धार
बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव बड़नौमी में ग्राम देवी मंदिर पर चल रही सात दिवसीय श्रीमदभागवत कथा के पहले दिन कथावाचक आचार्य सोमदत्त महाराज ने कलयुग में भागवत भागवान की महिमा व संकीर्तन के महत्व का उल्लेख किया। इसके उपरांत भागवत भक्त गोकर्ण व उसके भाई अधर्मी धुंधकारी के प्रसंग पर व्याख्यान दिया। धुंधकारी के गलत कार्यो में संलिप्त होने के कारण उसकी हत्या हो गई और अकाल मृत्यु होने के कारण वह प्रेत योनि में चला गया। भाई गोकर्ण ने प्रेत योनि से मुक्ति दिलाने के लिए सूर्य भगवान के बताए सूत्र पर श्रीमदभागवत कथा का आयोजन किया और भाई धुंधकारी को कथा सुनाई, जिसके श्रवण से धुंधकारी को प्रेत योनि से मुक्ति मिली। इससे स्पष्ट होता है कि कर्म, धर्म मनुष्य को संयमित और वेद रीति नीति से करना चाहिए। साथ ही भाई से रंजिश नहीं रखना चाहिए, क्योंकि आखिर में भाई ही भाई के काम आता है। इस मौके पर काफी लोग मौजूद रहे।