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महापुरुष स्मारक समिति एवम सर्व समाज जागरूकता अभियान भारत के संयुक्त तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस

महापुरुष स्मारक समिति एवम सर्व समाज जागरूकता अभियान भारत के संयुक्त तत्वावधान में “अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस ” गणेश कालोनी गली नंबर आठ मे निर्माणाधीन भगवान श्री परशुराम मन्दिर के बराबर पार्क में धूमधाम से विभिन्न योगासनों एवम प्राणायाम तथा ध्यान और समाधि के साथ संपन्न हुआ। इसमें अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कवि माधव मिश्र द्वारा सूर्यनमस्कार, ताड़ासन,ब्रक्षासन, पद्मासन,हास्यासन, शवासन सहित अनुलोम विलोम कराया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष कवि माधव मिश्र ने बताया कि १९८८ मे मैंने योगासन, प्राणायाम, समाधि करना सीखा था। मुझे महर्षि पतंजलि की अष्टांग योग,भगवद्गीता, शिवसंहिता,गोरक्षशतक पढ़ने का सौभाग्य पूर्व कुलपति स्वर्गीय आचार्य बिशुद्धानंद मिश्र (ताऊ जी) के कारण प्राप्त हुआ। श्री मिश्रा ने कहा कि योग शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के युज से हुई है। योग भारत में दस हजार वर्षों से अपनाया जा रहा है। वेदों में भी इसका उल्लेख मिलता है। महर्षि पतंजलि ने योग के आठ सूत्र बताए हैं। यम, नियम आसन प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि। वहीं भगवद्गीता मे योग के तीन प्रकार हैं — कर्मयोग, भक्तियोग, ज्ञानयोग। योग की प्रामाणिक पुस्तक शिवसंहिता तथा गोरक्षशतक में योग के चार प्रकार हैं — मंत्रयोग, हठयोग, लययोग, राजयोग। राजयोग के अंतर्गत ज्ञानयोग और कर्मयोग आते हैं। समाधि भी दो प्रकार की होती है सविकल्प और अविकल्प। अविकल्प मे संसार में बापिस आने का कोई मार्ग नहीं होता। अत: यह योग पद्धति की चरम अवस्था है। इसे इन लाइनों से समझें –तृष्णा का सम्बंध त्याग से, ज्यों तृण का सम्बंध आग से। माधव, नीरज, रजनी संगत, हेर फेर अपने मन का। भोग -योग दो तट सरिता के, कैसे हो संयोग मिलन का? कवि माधव मिश्र ने आगे कहा कि वर्तमान में योग को शारीरिक, मानसिक व आत्मिक स्वास्थ्य व शांति के लिए बड़े पैमाने पर अपनाया जाता है। ११दिसंबर २०१४ को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रत्येक वर्ष २१जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की घोषणा की। २१जून २०१५को प्रथम बार विश्व के १९२देशों ने योग दिवस मनाया जिसमें ४७ मुस्लिम देश शामिल थे। ८४देशों के प्रतिनिधियों के साथ भारत ने दिल्ली में ३५९८५ लोगों के साथ योग का प्रदर्शन किया जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस में दर्ज है। सभी आसनों और प्राणायाम के फायदों के बारे में विस्तार से बताया। इस कार्यक्रम में अशोक पाठक (प्रदेश महामंत्री), हेमंत कुमार गुप्ता(सामाजिक कार्यकर्त्ता), वेदराम मौर्य(पूर्व प्रधान), संतोष कुमार पाराशरी (पूर्व प्रवक्ता),महेश चंद्र शर्मा( पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर),राजीव कुमार शर्मा( पूर्व नगर महामंत्री), एन के शर्मा (पूर्व प्रशासनिक अधिकारी), हरी सिंह यादव (पूर्व सब इंस्पेक्टर), नीरज कुमार शर्मा (शिक्षक), उपेन्द्र शर्मा (व्यवसाई),अशोक कुमार अग्रवाल (व्यापारी), विनोद अरोड़ा, आदित्य उपाध्याय, आविष्कार शर्मा , शांतनु मिश्रा आदि ने उपस्थित रहकर योगासन, प्राणायाम किया।