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उझानी बदायूं 19 जून 2024।
तापमान की अधिकता का सीधा असर मूंग और उर्द की फसल पर पड़ रहा है। किसानों की तमाम कोशिश के बाद भी आधी से ज्यादा फसल प्रभवित हो गई। जो फसल देखने में अच्छी लग रही है, उसके भी दाने अंदर से खराब हैं।
जिले में इस साल किसानों ने मूंग उर्द की फैसल तैयार की थी। मार्च- अप्रैल में किसानों ने फसल की बुआई कर दी। उस वक्त मौसम ने किसानों का साथ दिया। अनुकूल तापमान होने के कारण फसल की ग्रोथ अच्छी हुई। किसानों को लगा कि इस बार बेहतर पैदावार होगी। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ।
मई में ही मौसम ज्यादा गर्म हो गया। जिस फसल की 15 दिन में सिंचाई करनी चाहिए, वह पांच दिन में ही सूखने लगी। बार-बार फसल सूखने और फिर पानी देने के कारण फसल तो हरी भरी हो गई, लेकिन दाने प्रभावित हो गए।
नरऊ के किसान अनिल सिंह, शिव सिंह, सुरेंद्र सिंह, मलिकपुर के किसान अनुज कुमार व मनोज ने बताया कि फसल शुरू में जिस प्रकार दिख रही थी। उत्पादन उतना बेहतर नहीं हो रहा है। एक बीघा फसल तैयार करने में चार हजार की लागत आती है, वह भी नहीं निकली।
किसान लाल बहादुर का कहना है कि रात दिन जागकर फसल को बेसहारा मवेशी व नीलगाय से तो बचा लिया। लेकिन मौसम की मार से फसल नहीं बच सकी। इस बार मूंग व उर्द की खेती घाटे का सौदा रही।
राजेश वार्ष्णेय एमके,अभिनव सक्सेना