कछला गंगा घाट ना नाविक ना संकेतक, फोटो खिंचाने तक सीमित इंतजाम।
नही है घाट पर घूमने वाले आवारा गौवंशीय पशुओं को रोकने की व्यवस्था।
उझानी बदायूं 15 जून 2024।
कल कछला गंगाघाट पर गंगा दशहरा पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने की संभावना है। पिछले महीने आठ श्रद्धालुओं को बदइंतजामी की वजह से जान गंवानी पड़ी। जिम्मेदार आज भी जागे नजर नहीं आते। आऐ नाव से गंगा का चक्कर लगाया ,घाट पर घूमते हुए फोटो सोशल मीडिया पर डाले अधिकारियों को दिखेगा कि जिम्मेदार काम पर लगे हैं । गहराई वाले स्थानों पर संकेतक लगाए थे मगर जलस्तर बढ़ने पर वह भी जल में समां गये। अगर घाट पर नाविक गोताखोर ना हो तो डूबने से मौतों का आंकड़ा बहुत ज्यादा होता। आज दोपहर घाट पर बदइंतजामी फिर दिखी, पुराने पुल के नीचे आज भी गहरे गड्ढे हे कहीं संकेतक नहीं लगाऐ गये।
पुल के जिन पिलरों के पास गहराई ज्यादा है वहां भी अभी तक बैरिकेडिंग नहीं कराई गई हैं ।
राजस्व विभाग, नगर पंचायत प्रशासन और पुलिस विभाग को सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने को जिलाधिकारी ने निर्देशित किया, पुलिस ने रूट डायवर्ट कर इतिश्री कर ली। आज नगर पंचायत चेयरमैन जगदीश सिंह लोनिया चौहान व ईओ अब्दुल शबूर ने नाव से गंगा का चक्कर लगाया घाट पर नाविक ओर गोताखोरों से भी बात की, फोटो खिंचवाने के बाद व्यवस्था दुरुस्त रहने की कहकर चलते बने
घाट पर सबसे ज्यादा दिक्कत आवारा गोवंश से।
कछला गंगा घाट पर जब कल ज्यादा भीड जुटेगी तो सबसे ज्यादा दिक्कत आवारा गोवंशीय पशुओं से होगी । आवारा गोवंश पूजा सामग्री के साथ ही लोगों को सींग मारकर घायल कर देती है नगर पंचायत पर उनका कोई इंतजाम नहीं है।
राजेश वार्ष्णेय