आज हजरत शेख शहाब उद्दीन मेंमरा व हाफिज जिया उद्दीन नक्शबी अलैह रहमा के सालाना उर्स के मौके पर दारुल उलूम शाहे विलायत कबूलपुरा बदायूं की जानिब से हर साल की तरह इस साल भी चादर पेश की गई। उर्स के मौके पर दारूल उलूम शाहे विलायत के तलवाओं ने मजार पर नातख्वानी पेश की। मुफ्ती शमशाद हुसैन रजवी (मुफ्ती शहर) बदायूं ने अपनी तकरीर में कहा वलियों ने सच्चाई और नेकी के रास्ते पर चलने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा सभी पीर पैगंबरों ने मेल मोहब्बत और भाईचारे का पैगाम दिया है। उन्होने कहा हमे अपने पीर पैगंबरों के बताए हुए रास्ते पर चलना चाहिए। सलातो सलाम व फातिहा के बाद दारूल उलूम शाह विलायत के सरबराहे आলা हजरत मौलाना अब्दुल रसूल कादरी साहब ने गुनाहों से तौबा, बीमारियों व तमाम परेशानियों से निजात व मुल्क में अमन चैन के लिए दुआ की।