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गंगा दशहरा- पितरों के नाम से करें दान-पुण्य दीपदान मिलेगा सुख समृद्धि का आशीर्वाद

उझानी बदायूं 15 जून 2024। गंगा दशहरा कल यानी मां गंगा का अवतरण दिवस। कहते हैं कि इस दिन गंगा स्नान से सभी पाप दूर हो जाते हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि जिसने गंगा दशहरा पर गंगा स्नान और दान कर लिया उसे शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस साल गंगा दशहरा 16 जून को मनाया जा रहा है। इस दिन पितरों की भी पूजा की जाती है। उनके नाम से किया दान और शाम को गंगा में दीपदान बहुत पुण्यकारी माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इससे पितर प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
आचार्य प्रवीण शर्मा के अनुसार
गंगा दशहरा पर मां तुलसी की पूजा भी विशेष फल देती है। इस दिन गंगाजल को तुलसी में भी अर्पित करना चाहिए। इसके अलावा तुलसी को गंगाजल में मिलाकर इसे घर के प्रवेश द्वार में छिड़कने से नेगेटिव एनर्जी घर से बाहर चली जाती है। वहीं गंगाजल में धुली तुलसी की जड़ इस दिन अपनी तिजोरी में रखने पर समृद्धि आती है।
ज्योतिषाचार्य पंडित प्रवीण शर्मा ने बताया कि
गंगा दशहरा पर सौ साल बाद एक साथ चार संयोग बन रहे हैं। हस्त नक्षत्र, सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग, रवियोग का अद्भुत संयोग बन रहा है। इसलिए इस दिन गंगा स्नान और दान और दीपदान का महत्व भी कई गुना बढ़ गया है। अगर गंगा दशहरा पर कोई पूजा करवाना चाहते हैं, तो दोपहर 11.23 बजे से 12.18 बजे का शुभ मुहूर्त है।

गंगा दशहरा के दिन वैसे तो अधिकतर लोग गर्मी से जुड़ी चीजों का दान करते हैं। खासकर पानी, शर्बत जगह -जगह लोगों को पिलाते हैं, वहीं सत्तू , पंखा,आम, खरबूजा, घड़ा भरकर पानी, सुपाड़ी, गुड़, आदि। इन चीजों का दान, इस दिन आपकी सभी चीजों से रक्षा करता है इस दिन स्नान के बाद दस दीपों का गंगा में दीपदान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। राजेश वार्ष्णेय एमके