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काउंडाउन शुरू -किसके सिर सजेगा जीत का सेहरा शाम तक तस्वीर साफ

काउंडाउन शुरू -किसके सिर सजेगा जीत का सेहरा शाम तक तस्वीर साफ।

बदायूं 4 जून।
देश की 543 लोकसभा सीटों पर मतदान की प्रक्रिया एक जून को पूरी हो गई थी। बीते ढाई महीने से चल रही चुनाव की प्रक्रिया के बाद अब लोगों की नजरें नतीजों पर हैं। आज लोगों का ये इंतिजार भी खत्म हो जाएगा। इस बार जहां भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ तीसरी बार भी सरकार बनाने के लिए आश्वस्त है वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्षी इंडिया गठबंधन एग्जिट पोल के परिणामों के उलट नतीजों की आस कर रहे हैं।

इस बार हर संसदीय सीट पर औसतन 15 प्रत्याशी मैदान में थे। तेलंगाना में यह औसत 31 रहा, तो लद्दाख व नागालैंड में औसत तीन-तीन उम्मीदवार मैदान में थे। तमिलनाडु की करूर में सर्वाधिक 54 उम्मीदवार थे।
लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना की तैयारी चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं। CCTV लगा दिए गए हैं। सुरक्षा बलों को ब्रीफिंग कर दी गई है।किसी भी अप्रिय घटना पर नजर रखी जाएगी और जो कोई भी शरारत करने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

वीवीपैट पर्चियों की गिनती कंट्रोल यूनिट से वोटों की गिनती पूरी होने के बाद ही शुरू होगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र/संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के बेतरतीब रूप से चयनित पांच मतदान केंद्रों की वीवीपैट पर्चियों का अनिवार्य सत्यापन मतगणना पूरी होने के बाद ही किया जाएगा।

बेहद अहम है फाॅर्म 17सी व ईवीएम की कंट्रोल यूनिट
मतों की गिनती के लिए मतदान केंद्र में इस्तेमाल ईवीएम की केवल कंट्रोल यूनिट (सीयू) और फॉर्म 17सी की आवश्यकता होती है।
ईवीएम की सीयू से मतों की गिनती से पहले मतगणना अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि उन पर लगी पेपर सील बरकरार है और डाले गए कुल वोट फॉर्म 17सी में लिखे मतों से मेल खाते हैं।
कंट्रोल यूनिट का परिणाम गणना पर्यवेक्षक, माइक्रो पर्यवेक्षक और उम्मीदवारों के गणना एजेंटों को दिखाने के बाद फार्म 17सी के भाग-2 में दर्ज किया जाएगा।
कंट्रोल यूनिट के डिस्प्ले पैनल में परिणाम प्रदर्शित न होने की स्थिति में सभी सीयू की गणना पूरी होने के बाद संबंधित वीवीपैट की वीवीपैट पर्चियों की गणना की जाएगी।
हर कंट्रोल यूनिट का उम्मीदवारवार परिणाम फार्म 17सी के भाग-2 में दर्ज किया जाएगा तथा मतगणना पर्यवेक्षक और मतगणना मेज पर मौजूद उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों के उस पर हस्ताक्षर कराए जाएंगे।
प्रत्येक मतदान केंद्र का फार्म 17सी उस अधिकारी को भेजा जाएगा जो फार्म 20 में अंतिम परिणाम शीट एकत्र कर रहा है।

हर राउंड के नतीजे दिखाए जाएंगे
उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों के साथ हुई बैठक में यह मांग रखी गई कि सीसीटीवी फुटेज में दिन और तारीख दिखाई जाए, इसके अलावा प्रत्येक राउंड के नतीजों को डिस्प्ले किया जाए। हमने ये मांगें स्वीकार की हैं। राजीव कुमार ने कहा था जो काउंटर पर बैठते हैं, जो कंटेस्ट करते उनकी तरफ से अक्सर कोई शिकायत नहीं होती है। लेकिन फिर भी कुछ लोग सिर्फ गलत मंशा से उपद्रव करने के लिए शिकायत करते हैं। ऐसे लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा।

मतगणना में गलती की गुंजाइश नहीं
इससे पहले सोमवार को सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि मतगणना में गलती की कोई गुंजाइश नहीं है। जैसे मतदान की योजना बनाई गई, वैसे ही मतगणना की भी ठोस योजना है। 10.50 लाख बूथ पर एक हॉल में 14 टेबल। 8,000 से ज्यादा उम्मीदवारों को मिले मतों की गणना होगी। इस दौरान 30 से 35 लाख लोग मतगणना केंद्रों के बाहर मौजूद रहेंगे। वहां माइक्रो ऑब्जर्वर होंगे। इस तरह करीब 70 -80 लाख लोगों के बीच यह काम होगा, जिसमें कहीं से कोई गलती हो ही नहीं सकती। पूरी पारदर्शिता से काम होगा।

सुरक्षा व्यवस्था सख्त, कई राज्यों में केंद्रीय बलों की तैनाती
मतगणना के दौरान या उसके बाद होने वाली किसी भी संभावित हिंसा से निपटने के लिए भी तैयारियां की गई हैं। चुनाव आयोग ने किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए सात राज्यों में केंद्रीय बलों की तैनाती की है। बता दें कि ऐसा पहली बार हो रहा है जब आचार संहिता के हटने के बाद चुनाव आयोग ने सात राज्यों में केंद्रीय बलों की तैनाती की है। इस बारे में मुख्य चुनाव आयुक्त ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पहले के चुनावों में हुई हिंसा को देखते हुए हमने एहतियात बरती है और सात राज्यों में केंद्रीय बलों की तैनाती की है। इन राज्यों में आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और मणिपुर शामिल हैं। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में काउंटिंग के दो दिन बाद तक फोर्सेस तैनात रहेंगी।

प्रदीप प्रजापति