।**–*——– उझानी बदायूं 31 मई 2024। राजकीय मेडिकल कालेज में हार्टफुलनेस संस्था के तीन दिवसीय मेडीटेशन केम्प का समापन समारोह आयोजित किया गया। समापन के अवसर प्राचार्य डा एन सी प्रजापति ने अपने उद्बोधन में कहा कि जीवन में हर स्तर पर तनाव है और जब तनाव अधिक हो जाता है तो परफॉर्मेंस धीमी हो जाती है, इसके लिए उपाय है कुछ देर का ठहराव और रिलेक्शेसन हमारी कार्यक्षमता को बढ़ा देता है। उन्होंने इसे वैज्ञानिक तरीके से बताते हुए कहा कि हमारे हृदय में सिस्टोल और डायस्टोल होता है। सिस्टोल में जब हृदय सिकुड़ता है तो धमनियों
में रक्त को पम्प करता है और डायस्टोल में जब हृदय फैलता है या रिलेक्स होता है तब वो अपने चैम्बर्स को रक्त से भरने की अनुमति देता है। यदि तनावपूर्ण व्यस्तताओं में हार्ट को रिलेक्स न होने दिया जाए तब हार्ट में संबधित विभिन्न समस्याएं उत्पन्न होती है। प्राचार्य द्वारा सभी से तीन दिवसीय हार्टफुलनेस रिलेक्शेसन एवं मेडीटेशन वर्कशॉप में बतायी गयी रिलेक्शेसन, ध्यान सफाई आदि को जीवन में शामिल करने से होने वाले लाभों पर चर्चा करते हुए हार्टफुलनेस टीम का आभार व्यक्त किया। हार्टफुलनेस प्रशिक्षकों द्वारा प्रार्थना के महत्व को बताते हुए अपने आंतरिक स्व से जुड़ने का सरल तरीका बताते हुए रिलेक्शेसन ध्यान का व्यावहारिक अभ्यास कराया। जिला पूर्ति अधिकारी रमन मिश्र द्वारा तनावपूर्ण दिनचर्या में दिन का प्रारम्भ व अन्त में हार्टफुलनेस की गाइडेड प्रार्थना ध्यान को करने से जीवन में सकारात्मक पड़ने वाले प्रभावों की बात कही। इस अवसर पर क्षेत्रीय समन्वयक अनुज सक्सेना, प्रशिक्षक लखन सिंह, फैकल्टी सदस्य एवं डाक्टर के समूह में प्रोग्राम कोआर्डिनेटर डा. अर्शिया मसूद, डा. वेंकेटानारायन, डा. राजेश कुमार शाक्य, डा. विमलेश वर्मा, डा. प्रियंका साहू, डा. मुकेश बंसल, डा. मुख्तियाज हुसैन, डा. लालेन्द्र, डा. नितेश पति तिवारी आदि उपस्थित रहे।