उझानी बदायूं 31 मई 2021।
बदायूं में गर्मी ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। भीषण गर्मी और लू से लोग परेशान हो गए। बदायूं में शुक्रवार को 47 डिग्री पारा पहुंच गया, तापमान मापन यंत्र में दोपहर एक बजे दर्ज हुआ। बदायूं में भीषण गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। शुक्रवार दोपहर एक बजे तापमान 47 डिग्री दर्ज किया गया। यह इस सीजन का सबसे गर्म दिन मापा गया। जिला प्रशासन ने भीषण गर्मी को देखते हुए हाई अलर्ट भी जारी कर दिया है।
जिला प्रशासन की ओर से भीषण गर्मी और लू को देखते हुए निर्माण श्रमिकों और ठेकेदारों से अपील की है कि वह दिन में तेज धूप में काम न करें। सुबह-शाम कार्य को निपटाएं। इसके अलावा प्रशासन ने मौसम विभाग के पूर्वानुमान के आधार पर अगले दो दिन तक बदायूं में भीषण गर्मी और लू की संभावना जाहिर की है। जिला प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी करते हुए बताया कि मजदूरों (औद्योगिक श्रमिक, खनन श्रमिक, मजदूर), किसानों एवं धूप में देर तक काम करने वाले लोगों में निर्जलीकरण एवं लू लगने की प्रबल संभावना है।
उनसे अपील है कि धूप में काम न करें। इधर, गन्ने की फसल पर असर पड़ने की भी संभावना है। इसको लेकर किसानों को सलाह दी गई है कि वह खेत में खड़ी फसल में 10-12 दिन के अंतराल पर शाम के समय ही हल्की सिंचाई करें। दोपहर के समय सिंचाई और कीटनाशक दवाओं के छिड़काव का कार्य न करें। कृषि बैज्ञानिकों ने बताया कि मूंग, सूरजमुखी, उर्द, मूंगफली की फसल में उच्च तापमान के प्रभाव से पत्ती खाने वाले कीड़ों का प्रकोप बढ़ जाता है और खड़ी फसलों में सिंचाई की आवश्यकता होती है। फसल में फूल जल्दी सूख जाते हैं। जिससे उत्पादन में कमी आ जाती हैं। इस फसल में भी 10-12 दिन के अंतराल पर शाम के समय ही हल्की सिंचाई करें। इधर, मक्का फसल पर असर पड़ने की संभावना है। बुआई का कार्य उचित नमी पर करें। सब्जियां एवं बागवानी फसलों के संबंध में बताया है कि खेत में उचित नमी बनाए रखें।
लू के प्रकोप से बचाव को यह करें
1-कड़ी धूप में विशेष रूप से दोपहर 12.00 बजे से 3.00 बजे के बीच बाहर जाने से बचें।
2-हल्के रंग के ढीले-ढाले और सूती कपड़े पहनें।
3-धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें, कपडे, टोपी या छाता का उपयोग करें।
4- पर्याप्त और नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें। सफर मे अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें।
5-खुद को हाइड्रेट रखने के लिए ओआरएस घोल, नारियल का पानी, लस्सी, चावल का पानी, नींबू का पानी, छाछ, आम का पन्ना इत्यादि घरेलू पेय पदार्थों को इस्तेमाल करें।
6- कमजोरी, चक्कर आने या बीमार महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
7- अपने घर को ठंडा रखे, पर्दे, शटर आदि का इस्तेमाल करे। रात में खिड़कियां खुली रखें।
8-बच्चों एवं पालतू जानवरों को बिना निगरानी के बंद कार में अकेला न छोडें।
9-शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें।
10- बच्चों व जानवरों को बंद कार में न छोड़ें। राजेश वार्ष्णेय एमके