उझानी बदायूं 30 मई। हार्टफुलनेस संस्था की ओर से तीन दिवसीय मेडीटेशन कैम्प के दूसरे दिन क्षेत्रीय समन्वयक अनुज सक्सेना द्वारा हृदय के निर्मलीकरण हेतु गाइडेड सफाई के अदभुत अभ्यास को उपस्थित फैकल्टी सदस्यों एवं एमबी बीएस के छात्र छात्राओं को कराया गया। प्रशिक्षक लखन सिंह ने कहा गया कि ध्यान करते समय हम जिन समस्याओं का सामना करते हैं उनमें से एक हमारे अपने विचारों और भावनाओं के कारण होने वाली व्याकुलता है। इसलिए हमें ऐसा कुछ चाहिए जो हमारी चेतना के क्षेत्र को साफ करके मन को शांति प्रदान कर सके। साथ ही बताया कि हार्टफुलनेस के संस्थापक महात्मा रामचंद्र जी, शाहजहांपुर जो बाबू जी के नाम से विख्यात हैं, के द्वारा मानसिक शुद्धिकरण का अभ्यास दिया है जिसे सफाई कहते हैं। जिला पूर्ति अधिकारी रमन मिश्र ने कहा गया कि सफाई दिन भर के दौरान मन में इकट्ठा होने वाली अशुद्धियों, जटिलताओं और भावनात्मक भारीपन को हटाते हुए ध्यान की गहराइयों में डूब जाने में हमारी मदद करती है। प्राचार्य डाॅ एन सी प्रजापति ने अपने उद्बोधन में कहा कि दिन में चौबीस घंटे सभी के पास है न कम न ज्यादा। उन्होंने कहा कि कोई कहता है मैं बहुत व्यस्त हूँ, तो ईमानदारी से कहा जा सकता है कि वह बहुत व्यस्त नहीं बल्कि अस्त- व्यस्त हैं। आगे उन्होंने इसी अस्त- व्यस्त जैसे जीवन को व्यवस्थित करने के लिए सफाई जैसे आवश्यक अभ्यासों को करने का सुझाव दिया। कार्यक्रम में कक्षा तीन के छात्र सहज सक्सेना द्वारा ब्राइटर माइंड के अंतर्गत ब्लाईंड फोल्ड प्रस्तुतीकरण में अपनी आँखों पर बंधी हुई मोटी पट्टी के बाबजूद किसी भी चीज़ का रंग, कुछ भी पढ़कर सुना देते हुए दूर से ही मेज पर रखी हुई बहुत सी चीजों के बारे में उन्हें बिना छुए हुए बताकर सभी को अचंभित कर दिया। क्षेत्रीय समन्वयक अनुज सक्सेना द्वारा बताया गया कि हार्टफुलनेस के ग्लोबल गाइड पदम भूषण पूज्य कमलेश डी पटेल जिन्हें दाजी कहते हैं के मार्गदर्शन में यह कोर्स 5 से 15 बर्ष के बच्चों को तैयार किया गया है। इस कोर्स के अन्तर्गत बच्चों के मष्तिष्क के विकास, फोकस आदि पर कार्य किया जाता है। इसको कोई भी बच्चा इस आयु वर्ग का कर सकता है। यह एक विज्ञान है जिसमें बच्चे के ब्रेन में न्यूरोलॉजिकल बदलाव हो जाता है। इस अवसर पर प्रोग्राम कोआर्डिनेटर डा. अर्शिया मसूद, डा. वेंकेटनारायन, डा. राजेश कुमार शाक्य, डा. प्रियंका साहू, डा. मुकेश बंसल, डा. मुख्तियाज, डा. लालेन्द्र, डा. नितेशपति आदि उपस्थित रहे तथा
हार्टफुलनेस स्वयंसेवक अवनेश्वर सिंह का विशेष सहयोग रहा। राजेश वार्ष्णेय एमके