भीषण गर्मी में बच्चों पर लू का कहर देखने को मिल रहा है। पानी की कमी से दिक्कत बढ़ रही है।
बदायूं में बुजुर्गों के साथ बच्चे भी गर्मी से बीमार पड़ रहे हैं। बुधवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में 1550 मरीज इलाज के लिए पहुंचे। यहां डॉक्टर ने उन्हें दवाईयां देकर खान पान से संबंधित कुछ परहेज करने की सलाह दी।
भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों ने बच्चों की हालत बिगाड़ दी है। उल्टी-दस्त, बुखार के 25 से 30 बच्चे रोज मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल में भर्ती करने पड़ रहे हैं। शरीर में पानी की कमी से बच्चों को ज्यादा परेशानी हो रही है। बाल रोग विभाग के चिकित्सक ने बताया कि हर दिन बच्चों की ओपीडी में 100 तक मरीज आ रहे हैं। इनमें लू लगने, दूषित पानी-भोजन से उल्टी-दस्त, बुखार, खांसी, सिर में दर्द, पेट में दर्द की शिकायत हो रही है।
25 से 30 बच्चों को भर्ती कराने की जरूरत पड़ रही है। ओआरएस और छाछ आदि की जगह फास्ट फूड खा रहे बच्चों में परेशानी ज्यादा है। इनकी त्वचा शुष्क पड़ रही है। बच्चों को तत्काल भर्ती कर ड्रिप लगा रहे हैं। बताया कि इमरजेंसी में बदायूं, उझानी, सहसवान, दातागंज बजीरगंज समेत आसपास के देहात क्षेत्र के भी बच्चे लू और डायरिया के आ रहे हैं। बीमार हो रहे बच्चों में 70 फीसदी में उल्टी-दस्त, पेट में दर्द की समस्या मिल रही है।
फास्ट फूड, दूषित पानी और बाजार में बिकने वाली पैकेट बंद सामग्री खाने वाले बच्चों को पेट में इंफेक्शन होने से उल्टी दस्त पाए गए। गर्मी और धूप में खेलने पर बच्चों को लू लगने के मामले भी बीते महीने के मुकाबले ढाई गुना बढ़ गए हैं।
इन बातों का रखें ध्यान-
नीबू पानी, छाछ पिलाएं
बच्चों को सुबह 10 बजे के बाद तेज धूप में बाहर न निकलने दें
नारियल पानी, नीबू पानी, शिकंजी, छाछ, लस्सी पिलाते रहे
सीजनल फल खरबूज, तरबूज के साथ खीरा ककड़ी खिलाते रहें
कम मात्रा में दिन में कई बार हाई प्रोटीन वाला खाना खिलाएं
फास्ट फूड बर्गर, मोमोज, चाऊमिन, पेटीज, पेस्ट्री खिलाने से बचें
बासा खाना न दें और पहले से काटे गए फलों को न खिलाएं
दस्त हों तो ओआरएस का घोल बनाकर बार बार पिलाते रहें। प्रदीप प्रजापति।